Haldwani News: टमाटर की फसल में लग गई ये बीमारी, किसानों के चेहरे लटके; दाम भी छूने लगे आसमान
Haldwani News रोग लगने से उत्तराखंड में टमाटर की आवक कम हो गई तो टमाटर के दाम फिर तेजी से बढ़ने लगा है। मंडी में टमाटर 50 से 55 रुपये किलो तो फुटकर ब ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। टमाटर की फसल में काला धब्बा रोग (बकाई रॉट) लगने से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। किसान अपने स्तर पर बीमारी को नियंत्रण में करने के लिए दवाओं की स्प्रे तो कर रहे हैं, लेकिन अभी यह बीमारी फैलती जा रही है।
रोग लगने से टमाटर की आवक कम हो गई तो टमाटर के दाम फिर तेजी से बढ़ने लगा है। मंडी में टमाटर 50 से 55 रुपये किलो तो फुटकर बाजार में 70 से 80 रुपये किलो तक पहुंच गई। मानसून में टमाटर ने खूब रुलाया। उस दौरान लोगों ने टमाटर 200 से 250 रुपये किग्रा तक खरीदा।
प्याज के साथ-साथ बढ़ने लगे टमाटर के दाम
सितंबर अक्टूबर में धीरे-धीरे कर टमाटर के दाम कम हुए। नवरात्र से पूर्व प्याज के दाम बढ़ने लगे। प्याज वर्तमान में 60 से 70 रुपये किग्रा में बिक रहा है। यही हाल रहा तो आने वाले कुछ दिनों में प्याज की कीमत 100 रुपये के पार पहुंच जाएगी। प्याज की बढ़ी कीमत से लोगों की नाराजगी शुरू हुई थी कि टमाटर के दाम बाजार में फिर बढ़ने लगा है।
हिमाचल के सोलन में होता है सबसे ज्यादा टमाटर
टमाटर हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से सर्वाधिक होता है। मानसून की बारिश के बाद यहां टमाटर काले पड़ गए हैं, काले धब्बे से सड़ कर खेतों के किनारे ढेर लग गए हैं। इस पर जल्द नियंत्रण नहीं हुआ तो किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। इससे मंडी में टमाटर की आवक कम हो गई है।
बढ़ते दाम से बिगड़ा बजट
लंबे वक्त बाद फिर टमाटर के बढ़े दामों की वजह से घर का बजट बिगड़ना शुरू हो गया जो अब तक ठीक भी नहीं हो सका। वर्तमान में टमाटर 70 से 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है। इससे लोगों के किचन का बजट गड़बड़ाने लगा है।
टमाटर में लगा काला धब्बा रोग
व्यापारी दीपक पाठक ने बताया कि टमाटर में काला धब्बा रोग लग गया है। इससे मंडी में टमाटर की आवक कम हो गई है। जिस कारण टमाटर के दाम तेजी से बढ़ने लगे हैं।

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