Banbhulpura Encroachment: भले ही सुप्रीम सुनवाई आगे बढ़ी, लेकिन बनभूलपुरा में पहरा बरकरार
बनभूलपुरा में रेलवे प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई अब तीन फरवरी को होगी। पुलिस का पहरा अभी भी बरकरार है, जिसमें थाने, चौकी और पीएसी के जवान त ...और पढ़ें

लाइन नंबर 17, गौला पुल व अन्य जगहों पर भी जवान. File
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। बनभूलपरा में रेलवे प्रकरण को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट में तीन फरवरी को सुनवाई होगी। मगर पुलिस का पहरा अब भी बरकरार है। थाने-चौकी के साथ ही पीएसी के जवान यहां तैनात हैं। महिला पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल है। लाइन नंबर 17, गौला पुल, इंदिरानगर के अलावा अन्य जगहों पर पहले की तरह पुलिसकर्मी मुस्तैद हैं। संदिग्ध वाहनों की चेकिंग के साथ ही लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि रेलवे की तरफ से कुछ कहने पर ही सुरक्षा और सतर्कता को लेकर कोई बदलाव हो सकता है।
बनभूलपुरा में 31 हेक्टेयर से अधिक रेलवे भूमि पर अतिक्रमण को लेकर अब सुप्रीम सुनवाई का दौर चल रहा है। 4365 घरों को रेलवे अपनी संपत्ति पर काबिज मानता है। उसके इस आदेश से 50 हजार से अधिक की आबादी परेशान है। सुनवाई को लेकर बार-बार तारीखें टलने से असमंजस भी बढ़ता जा रहा है। दूसरी तरफ घनी आबादी क्षेत्र होने के कारण सुरक्षा के मद्देनजर यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
बनभूलपुरा थाने के अलावा चार चौकी इंचार्ज, दस दारोगा व अपर उपनिरीक्षक, 28 सिपाही, पीएसी की पुरुष व महिला टुकड़ी के अलावा कैमरों और ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा एलआइयू भी लगातार अपडेट लेने में जुटी है। पहले चर्चा थी कि अगली सुनवाई 16 दिसंबर को होगी। लेकिन अब तीन फरवरी को बनभूलपुरा मामले में अहम सुनवाई तय की गई है।
राहत संग असमंजस का दौर भी आगे बढ़ा
सुनवाई की तारीख आगे बढ़ने की वजह से बनभूलपुरा के हजारों लोगों को कुछ राहत तो जरूर मिली है। लेकिन असमंजस का दौर भी बढ़ गया। तंग गलियों से लेकर चौराहों पर शनिवार शाम से तीन फरवरी को लेकर चर्चाओ का दौर शुरू हो गया था। हर कोई आगे क्या होगा। इसे लेकर कयास लगाते नजर आया। हालांकि, तीन फरवरी को ही पता चलेगा कि अब आगे क्या होगा।

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