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    Heavy Rain in Kainchi Dham : बाबा को किया याद और थम गई आफत, मलबे से भरा मालपुए बनने वाला कमरा

    By Prashant MishraEdited By:
    Updated: Thu, 13 May 2021 10:53 AM (IST)

    Heavy Rain in Kainchi Dham बताते हैं कि मूसलाधार बारिश व गर्जना के बीच लोगों में दहशत व्याप्त थी। भारी बारिश के बीच लोगों ने बाबा नीम करौली को याद किया और बस देखते ही देखते कुछ ही क्षण में बारिश भी थम गई और बड़ा हादसा टल गया।

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    सुबह से ही मंदिर परिसर में मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

    संवाद सहयोगी, गरमपानी नैनीताल : अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित कैंची धाम क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश से साईं धाम मंदिर व बाबा नीम करौली के मुख्य मंदिर मलबे से भर गया। क्षेत्रवासी बताते हैं कि मूसलाधार बारिश व गर्जना के बीच लोगों में दहशत व्याप्त थी। भारी बारिश के बीच लोगों ने बाबा नीम करौली को याद किया, और बस देखते ही देखते कुछ ही क्षण में बारिश भी थम गई और बड़ा हादसा टल गया। ग्रामीणों के अनुसार 1993 में भी ऐसी स्थिति सामने आई थी। सुबह से ही मंदिर परिसर में मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

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    बुधवार शाम हुई तेज बारिश से कैंची धाम से सटी नाचक की पहाड़ी से भारी मलवा मंदिर परिसर के अंदर घुस गया। मंदिर परिसर में जिन स्थानों पर मालपुए बनाए जाते थे, वह कमरा भी पूरी तरीके से मलबे से पट चुका है। मालपुआ बाबा धाम का प्रसिद्ध प्रसाद है, जिसके लिए देश-दुनिया के भक्त साल भर इंतजार करते हैं। मंदिर प्रबंधन ने श्रमिकों के माध्यम से अब सफाई अभियान शुरू कर दिया है। वही साईं धाम मंदिर के मुख्य मंदिर व गर्भ ग्रह में भी भारी मलबा जमा है। हाईवे के खुल जाने के बाद अब आवाजाही शुरू हो चुकी है।

    और छू कर निकल गई मौत

    साईं मंदिर के समीप रहने वाले गोविंद सिंह बिष्ट के परिवार को मौत छू कर निकल गई। एकाएक तेज बारिश के साथ एकाएक घुप अंधेरे के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। गोविंद सिंह बताते हैं कि अपनी बूढ़ी मां को पीठ में लाद बच्चे व बीवी का हाथ पकड़ वह हाईवे की तरफ भागे उनके घर के समीप से भारी गड़गड़ाहट के साथ मलवा व बोल्डर बहते चले गए। बमुश्किल उन्होंने जान बचाई।

    बीस से ज्यादा स्थानो पर हाईवे पर आया मलबा

    हाईवे पर भवाली से गरमपानी तक करीब बीस से ज्यादा स्थानों पर बरसाती नालों से मलवा हाईवे तक पहुंचा। लोग बाल बचे। घंटों यातायात बाधित हो गया। बड़े बड़े बोल्डर व मलबे के हाईवे तक पहुंचने से दहशत फैल गई। भारी भरकम मशीनों की मदद से बमुश्किल मलबा हटाया जा सका।

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