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    कैंची धाम: गुरु पूर्णिमा पर बाबा नीम करौरी के दर्शन को पहुंची इतनी भीड़, लगी लंबी कतारें

    Updated: Thu, 10 Jul 2025 02:24 PM (IST)

    गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कैंची धाम में बाबा नीम करौरी के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही भक्त बाबा के दर्शन के लिए कतार में लगे रहे। आश्रम में हवन और रामायण पाठ के बाद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों ने बाबा नीम करौरी के जयकारों से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया।

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    गुरु पूर्णिमा पर कैंची धाम में बाबा नीम करौरी के दर पर लगी बाबा भक्तों की भीड़। जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण गरमपानी। देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र कैंची धाम में गुरु पूर्णिमा पर बाबा भक्तों का सैलाब उमड़ा। सुबह से श्रद्धालु अपने अराध्य बाबा नीम करौरी के दर पर मत्था टेकने को कतारबद्ध रहे। आश्रम में हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद अखंड रामायण पाठ का पारायण हुआ। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद भी ग्रहण किया।

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    गुरुवार को गुरु पूर्णिमा पर सुप्रसिद्ध कैंची धाम में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान हुए। बुधवार से शुरु हुए अखंड रामायण पाठ का हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के साथ पारायण हुआ। महाभोग के बाद भंडारा लगा। सुबह से ही मंदिर के मुख्य गेट से हाईवे तक बाबा भक्तों की लंबी कतार लगी रही। दिन चढ़ने के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में पहुंच गई।

    बाबा भक्तों ने बाबा नीम करौरी के जयकारों के साथ मंदिर में प्रवेश किया। अराध्य के दर पर मत्था टेक हनुमान चालीसा का पाठ किया। सुख, शांति व समृद्धि को विशेष प्रार्थना की गई। हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर, बरेली, अल्मोड़ा, रानीखेत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ समेत दूर दराज के क्षेत्रों से पहुंचे हजारों बाबा भक्तों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।

    भजन मंडली ने शानदार भजनों की प्रस्तुति से माहौल भक्तिमय कर दिया। देर शाम तक भजन कीर्तनों का दौर जारी रहा। श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो इसके लिए मंदिर प्रबंधन व पुलिस ने विशेष व्यवस्था बनाई।

    इस दौरान पूर्व प्रबंधक विनोद जोशी, प्रबंधक प्रदीप साह, ट्रस्ट सचिव आलोक चोपड़ा, मंदिर प्रबंधन के शैलेश साह, एमपी सिंह, मंजुल जोशी, ज्ञान सिंह बिष्ट, अनिल साह, पंकज निगल्टिया, महेंद्र बिष्ट, सुरेश फुलारा, कमलेश उप्रेती, योगेश नेगी, राज कुमार नेगी, भुवन बिष्ट आदि व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।