Baba Neem Karori: युवाओं में लगातार बढ़ा किस्मत बदलने वाले बाबा का क्रेज, बार-बार पहुंच रहे भक्त
कैंची धाम में युवाओं की आस्था तेजी से बढ़ रही है। सर्वे के अनुसार प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं में 70% युवा हैं। इंटरनेट के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद वे हजारों किलोमीटर दूर से यहां पहुँच रहे हैं। श्रद्धालु बाबा नीम करौली के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं और बार-बार धाम आना पसंद करते हैं। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी लिए जा रहे हैं।

संवाद सूत्र, जागरण गरमपानी । देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र कैंची धाम में पहुंच रहे भक्तों की संख्या के मामले में युवा सबसे आगे हैं। भागदौड़ व प्रतिस्पर्धा भरी जिंदगी में भी देश के विभिन्न हिस्सों से सबसे अधिक युवा ही बाबा के दर पर शीश झुकाने पहुंच रहे हैं।
कैंची धाम में पंजीकरण व धारण क्षमता को किए जा रहे सर्वे में बकायदा इसका खुलासा हुआ है। हजारों किलोमीटर दूर से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने इंटरनेट प्लेटफॉर्म के माध्यम से बाबा के नाम की जानकारी मिलने की बात भी स्वीकारी है। भक्तों में अपने अराध्य के प्रति इतना प्रेम है की एक बार नहीं बल्कि बार बार आना पसंद कर रहे हैं।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम में रोजाना ही आस्था का सैलाब उमड़ता है। नेता, अभिनेता व विभिन्न खेलों से जुड़े कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों का नाम बाबा भक्तों में शामिल हैं। देश विदेश से बाबा भक्त कैंची धाम पहुंचकर अपने अराध्य बाबा नीम करौरी के दर पर मत्था टेकने पहुंचते हैं।
पंद्रह से तीस साल के युवाओं में बाबा के प्रति बड़ी आस्था
बाबा के दर पर मत्था टेकने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में युवा सबसे आगे हैं खासकर पंद्रह से तीस वर्ष आयु के युवाओं में बाबा के प्रति आस्था बड़ी है। रोजाना कैंची धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में युवा पीढ़ी सबसे अधिक संख्या में बाबा के दर पहुंचकर शीश झुका रहे।
पिछले कई महिनों से कैंची धाम में धारण व पंजीकरण व्यवस्था के लिए किए जा रहे सर्वे में बकायदा इसकी पुष्टि हुई है। अर्थ व सांख्यिकी विभाग की टीम के सर्वे रिपोर्ट पर गौर करें तो प्रतिदिन बाबा के धाम पहुंचने वाले लगभग पांच हजार श्रद्धालुओं की संख्या में करीब सत्तर फिसदी संख्या युवाओं की है। जिनकी उम्र पंद्रह से तीस वर्ष के बीच है।
भागदौड़ व प्रतिस्पर्धा भरी जिंदगी में युवाओं के मन में बाबा नीम करौरी की आस्था का संचार होना भविष्य के लिए भी सुखद पहलू माना जा रहा है। प्रारंभिक सर्वे में पता चला है की हजारों किमी दूर बैठे श्रद्धालु को इंटरनेट प्लेटफॉर्म के जरिए कैंची धाम की जानकारी मिली और फिर वह लोग धाम पहुंचने के लिए रवाना हो गए। श्रद्धालुओं से जुटाई गई जानकारी से एक बार नहीं बल्कि बाबा भक्तों के बारे बार कैंची धाम पहुंचने की बात भी सामने आई है।
जिला अर्थ व सांख्यिकी अधिकारी डा. एमएस नेगी के अनुसार सर्वे से पता चला है की कैंची धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं में सबसे अधिक संख्या युवाओं की है। श्रद्धालुओं से फिडबैक लेने के दौरान उनसे व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने को अलग अलग बिंदुओं पर सुझाव भी मिल रहे हैं। सुझाओं को भी सर्वे रिपोर्ट के साथ उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
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