फॉगिंग में खर्च हुई लाखों की रकम फिर भी नहीं थमा डेंगू का कहर NAINITAL NEWS
भले ही डेंगू नियंत्रित नहीं हो रहा हो लेकिन इसकी रोकथाम के लिए नगर निगम दस लाख रुपये फॉगिंग पर खर्च कर चुका है। सर्वाधिक खर्च डीजल की खरीद पर हो रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : भले ही डेंगू नियंत्रित नहीं हो रहा हो, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए नगर निगम दस लाख रुपये फॉगिंग पर खर्च कर चुका है। सर्वाधिक खर्च डीजल की खरीद पर हो रहा है। डेंगू का प्रकोप आगे भी जारी रहता है तो यह रकम और बढ़ेगी।
बरसात में बीमारियों की रोकथाम के लिए नगर निगम हर साल फॉगिंग कराता है। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए निगम प्रशासन ने अगस्त में फॉगिंग की शुरुआत की। निगम सूत्रों की मानें तो पिछले एक माह में करीब दस लाख रुपये फॉगिंग में व्यय हो चुका है। हालांकि इसके बावजूद कई पार्षदों व लोगों की शिकायत है कि उनके क्षेत्र में फॉगिंग नहीं की जा रही है। निगम अधिकारियों की मानें तो शहर के हर वार्ड में एक बार फॉगिंग हो चुकी है। डेंगू के लिहाज से संदिग्ध इलाकों में दो से तीन बार तक फॉगिंग कराई गई है।
सवा दो घंटे में आठ हजार हो रहे खर्च
फॉगिंग मशीन सवा दो घंटे में एक लीटर कीटनाशक का छिड़काव करती है। एक लीटर कीटनाशक को 80 लीटर डीजल व नौ लीटर पेट्रोल के साथ मिलाने का मानक है। सवा दो घंटे में मशीन करीब आठ हजार रुपये खर्च कर देती है। निगम अधिकारियों के मुताबिक प्रत्येक वार्ड में दो-दो कट्टे ब्लीचिंग पाउडर व मैलाथिन दिया गया है। सभी खर्च लगाकर दस लाख तक व्यय हो चुका है।
20 हजार घरों में बांटे पंपलेट
डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बाद निगम ने तेजी दिखाई है। शनिवार सुबह 20 हजार घरों में डेंगू से बचाव के पंपलेट बांटे गए। रविवार को भी पंपलेट बांटे जाएंगे। इसके अलावा बस, टैक्सी, कार, ऑटो आदि में पंपलेट चस्पा किए जा रहे हैं।
डेंगू से बचाव कार्य की आज समीक्षा करेंगे मेयर
मेयर डॉ. जोगेंद्र सिंह रौतेला ने 12 सितंबर को अधिकारियों व स्वास्थ्य अनुभाग की टीम की बैठक लेकर डेंगू से बचाव के उपाय करने के निर्देश दिए थे। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि रविवार सुबह 11 बजे मेयर तीन दिन की प्रगति की समीक्षा करेंगे। अधिकारियों को छुट्टी के दिन ऑफिस में रहने को कहा गया है।