Updated: Wed, 13 Aug 2025 04:27 PM (IST)
हल्द्वानी के गौलापार में दस वर्षीय छात्र अमित की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी निखिल जोशी के घर से हत्या में प्रयुक्त दराती बरामद की। निखिल ने बच्चे के शव के टुकड़े कर उसे घर के पास ही दफना दिया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर निखिल को गिरफ्तार किया था। मृतक के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। गौलापार में दस साल के छात्र की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने एक और रहस्य का पर्दाफाश कर दिया है। आरोपित निखिल जोशी को रिमांड में लेने के बाद पूछताछ कर पुलिस उसे घर लेकर पहुंची थी। जिसके बाद उसकी निशानदेही पर गेंहू की टंक के अंदर छुपाई गई धारदार बड़ी दराती को बरामद कर लिया गया।
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संतुष्टि के लिए मृतक के पिता को थाने बुलाकर हथियार दिखाकर बरामदगी की जानकारी भी दी गई। चार अगस्त को गौलापार के पश्चिमी खेड़ा निवासी एक बंटाई पर खेती करने वाले एक व्यक्ति का दस वर्षीय बेटा गायब हो गया था। मामला पुलिस पर पहुंचने पर सीसीटीवी खंगाला गया। जिसमें गांव का ही निखिल बच्चे के साथ दिखाई दिया। निखिल के घर के बाहर से नाबालिग की चप्पल मिलने पर पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी।
इसके बाद पांच अगस्त को घर के सामने स्थित बगीचे से छात्र का शव भी बरामद हो गया। शव को कट्टे में डालने के बाद जमीन के अंदर गाड़ा गया था। लेकिन सिर और सीधा हाथ कोहनी के नीचे से गायब था। दोनों अंगों को किसी धारदार हथियार से काट अलग किया गया था। लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने दूसरे गड्ढे में गाड़ा गया सिर और हाथ भी बरामद कर लिया था।
वहीं, नौ अगस्त प्रेसवार्ता कर पुलिस ने बताया कि हत्याकांड को अकेले निखिल ने ही अंजाम दिया था। पुलिस के अनुसार कुकर्म के इरादे से आरोपित छात्र को बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया था। मगर विरोध करने पर गला घोंट हत्या कर दी। इसके बाद धारदार हथियार से शव के टुकड़े कर उसे जमीन के अंदर गाड़ दिया। लेकिन टुकड़े करने में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद होना बाकी थी।
एसपी क्राइम डा. जगदीश चंद्र ने बताया कि निखिल जोशी को पुलिस रिमांड में लेने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। फिर मंगलवार सुबह उसके घर लेकर पहुंची। यहां उसकी निशानदेही पर गेंहू की टंकी से शव के टुकड़े करने में इस्तेमाल किया हथियार भी बरामद हो गया।
उसी रात पुलिस नहीं उठाती तो ठिकाने लग जाते सुराग
सीसीटवी चेक करने पर पता चला था कि चार अगस्त की दोपहर में निखिल बच्चे के साथ देखा गया है। देर शाम उसके घर के बाहर से चप्पल भी मिल गई। इसके बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। ऐसे में उसे शव को कहीं और ठिकाने लगाने और हथियार गायब करने का मौका नहीं मिल पाया। दूसरी तरफ पुलिस लगातार आरोपित के घर औैर आसपास ही छानबीन में जुटी थी। लेकिन आभास नहीं हो पाया कि हथियार भी अंदर ही कहीं छुपाया होगा।
बुद्ध पार्क में फिर धरने पर बैठा परिवार - परिवार को हथियार बरामदगी की सूचना मिलने के बाद वह सीबीआइ जांच पर अड़े हुए हैं। मंगलवार को दोबारा बुद्ध पार्क में धरना दिया गया। मृतक के पिता का एक ही सवाल था कि एक व्यक्ति इस पूरे हत्याकांड को अंजाम नहीं दे सकता। लिहाजा, किसी बड़ी जांच एजेंसी को मामला सौंपने की जरूरत है। दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि पहले दिन से ही साक्ष्यों के आधार पर जांच का सिलसिला आगे बढ़ाया गया।
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