रिश्वत लेने पर वन दरोगा की गिरफ्तारी के बाद रामनगर रेंजर पर भी कार्रवाई की गाज
अवैध खनन में सीज दो वाहनों को छुड़ाने के एवज में रिश्वत लेने पर वन दरोगा की गिरफ्तारी के बाद रामनगर रेंजर पर भी कार्रवाई की गाज गिर गई है।
रामनगर, जेएनएन : अवैध खनन में सीज दो वाहनों को छुड़ाने के एवज में रिश्वत लेने पर वन दरोगा की गिरफ्तारी के बाद रामनगर रेंजर पर भी कार्रवाई की गाज गिर गई है। रामनगर रेंजर को डीएफओ ने अपने कार्यालय से संबंद्ध कर दिया है। साथ ही रेंजर की भूमिका की जांच के लिए टीम भी गठित की जाएगी।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत रामनगर रेंज के गुलजापुर चौकी में तैनात वन दरोगा शैलेंद्र चौहान ने अवैध खनन में सीज दो डंपरों को छुड़ाने के लिए दो लाख रुपये मांगे थे। रेंजर आरके वर्मा द्वारा ही वाहन स्वामियों को वन दरोगा से मिलने के लिए कहा गया था। इसके बाद वाहन स्वामियों ने विजिलेंस हल्द्वानी के कार्यालय में शिकायत की थी। मंगलवार को विजिलेंस टीम ने रामनगर में वन दरोगा चौहान को वाहन छुड़ाने के एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा था। इसमें रेंजर की भूमिका पर भी सवाल उठे थे। इसे देखते हुए तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने रामनगर रेंजर वर्मा को रेंज से हटा दिया। रेंजर को अपने कार्यालय से संबंद्घ कर दिया है। विजिलेंस द्वारा पकड़े जाने के बाद रामनगर रेंज में पैसे लेकर वाहन छुड़ाने के खेल का भंडाफोड़ हुआ है। वन विभाग के कार्यालय में कर्मचारियों के बीच यह प्रकरण दिन भर चर्चा का विषय बना रहा। 48 घंटे पूरे होते ही वन दरोगा को निलंबित कर दिया जाएगा।
पंत को फिर से अतिरिक्त चार्ज
रामनगर रेंज से आरके वर्मा को हटाकर उनकी जगह बैलपड़ाव के रेंजर संतोष पंत को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। इससे पूर्व भी पंत बैलपड़ाव के साथ ही रामनगर रेंज की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
मामले से वन संरक्षक को करा दिया अवगत
हिमांशु बागड़ी, डीएफओ तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर ने कहा कि पूरे मामले से वन संरक्षक को अवगत करा दिया गया है। वन संरक्षक के स्तर से ही रेंजर की भूमिका की जांच के लिए टीम गठित की जाएगी। जांच रिपोर्ट के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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