भोले की धुन में लीन भक्तों की टोली आदि कैलास को रवाना, पांच दिवसीय इस यात्रा के पहले दल में 17 महिलाएं भी शामिल
निगम प्रबंधन ने आदि कैलास यात्रा के पहले दल के सदस्यों के स्वागत को लेकर तैयारियां की थीं। निगम की महिलाकर्मी परंपरागत वेश में सजकर पहुंची थीं। सभी का ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। महादेव की भक्ति में लीन 49 भक्तों का पहला दल आदि कैलास यात्रा के लिए सोमवार शाम को पिथौरागढ़ पहुंचा। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) की ओर से संचालित यात्रा को काठगोदाम स्थित पर्यटक आवास गृह (टीआरएच) से निगम के महाप्रबंधक विजय नाथ शुक्ला ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पांच दिवसीय यात्रा के पहले दल में 17 महिलाएं भी हैं।
निगम प्रबंधन ने आदि कैलास यात्रा के पहले दल के सदस्यों के स्वागत को लेकर तैयारियां की थीं। निगम की महिलाकर्मी परंपरागत वेश में सजकर पहुंची थीं। सभी का तिलक लगाकर और माला पहनाकर जीएम शुक्ला ने स्वागत किया। उपहार स्वरूप उत्तराखंडी टोपी भी भेंट की। यहां भगवान शिव के भजनों व जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया।
करीब नौ बजे काठगोदाम से रवाना हुए यात्रियों ने सबसे पहले कैंची धाम में बाबा नीब करौरी के दर्शन किए। इसके बाद दल अल्मोड़ा के चितई में गोल्ज्यू देवता मंदिर व फिर जागेश्वर धाम पहुंचा। दल ने रात्रि विश्राम पिथौरागढ़ में किया। मंगलवार को दल धारचूला पहुंचेगा।
मां को तीर्थयात्रा करा रहे अंकुश
दिल्ली निवासी राजकुमारी मेहता की उम्र 72 वर्ष हो चुकी है। केंद्रीय सेवा से सेवानिवृत्त हैं और आदि कैलास यात्रा के लिए रवाना हुए यात्रियों के दल में वे सबसे ज्यादा आयु की यात्री हैं। वृद्धावस्था में भोले के धाम का दर्शन को लेकर उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। उनके साथ पुत्र अंकुश मेहता यात्रा में उनके संग गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर कविता कुमारी भी दल में
दिल्ली में आयकर निरीक्षक के पद पर कार्यरत कविता कुमारी पहली बार तीर्थयात्रा कर रही हैं। कविता अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर होने के साथ ही कामनवेल्थ खेलों में पदक विजेता भी रही हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में कई बार आ चुकी हैं, मगर धाम की यात्रा के लिए पहले बार जा रही हैं। कहा उत्तराखंड की वादियों में एक अलग प्रकार का आकर्षण है।

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