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    38th National Games: मां नंदा-सुनंद के जयकारे के साथ हुआ समापन समारोह का आगाज, अमित शाह ने बढ़ाया हौसला

    Updated: Fri, 14 Feb 2025 04:20 PM (IST)

    38th National Games38 वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह हल्द्वानी के आइजीआइ स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में प्रारंभ हो गया है। इससे पहले सीएम पुष्कर धामी ने तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को कार्यक्रम में किसी भी तरह की कमी न रहने के निर्देश दिए। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल सुविधाओं को विकसित करने पर खिलाडिय़ों ने भी शानदार प्रदर्शन किया।

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    38th National Games: गृहमंत्री अमित शाह करेंगे शिरकत। फाइल

    जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। 38th National Games: 38 वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह हल्द्वानी के आइजीआइ स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में प्रारंभ हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह कार्यक्रम में पहुंचे और हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। उनके साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।

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    इस दौरान स्टेडियम में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। सीएम ने अमित शाह को शुभंकर मौली भेंट किया। दर्शकों से खचाखच भरे आयोजन स्थल में पहाड़ की लोक संस्कृति, परंपरा, संस्कार और गीत-संगीत का सुंदर संगम देखने को मिल रहा है।

    लोगों में गजब का उत्साह होने के साथ ही 19 दिन तक चले खेलों के महाकुंभ के समापन को लेकर दुख भी है। लेकिन लोग इस खेलों के पर्व के समापन के क्षण को उत्सव के रूप में मना रहे हैं।

    मां नंदा-सुनंद के वंदन और जयकारे के साथ हुआ आरंभ

    इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आरंभ मां नंदा-सुनंद के वंदन और जयकारे के साथ हुआ। लोक गायक राकेश पनेरू ने जय हो नंदा देवी... भजन का मधुर गायन किया। खुशी दिगारी ने मैं घास काटूं लो..., अल्मोड़ा अंग्रेज आयो... आदि गीत प्रस्तुत किए। चंद्र प्रकाश ने मैं जा छूं कमला... गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। गोविंद दिगारी ने लस्का कमर... झोड़ा-चांचरी, गोविंदी धुंधरू बजेदे छमछमा का गायन किया।

    नृत्यांगना स्वेता माहरा ने चैता की चैत्वाल, पार भीड़ें की छोरी, क्रीम पौडरा... गीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। दर्शक उनकी प्रस्तुति के दौरान जमकर झूमे।

    पीएम मोदी के आने के बाद देश में बना खेल का सकारात्मक वातावरण- शाह

    समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने के बाद देश में खेल का सकारात्मक वातावरण बना। देश भर के कई जिलों में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर, कोचिंग की व्यवस्था, खिलाड़ियों को प्रोत्साहन और पारदर्शी चयन के माध्यम से आज विश्व के खेल पटल पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है।

    उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों की ओर से नए राष्ट्रीय रिकार्ड बनाए हैं। इन रिकार्ड से अंतरराष्ट्रीय खेलों में आगे भी भारत के लिए पदक की उम्मीद जगी है। अब राष्ट्रीय खेलों की यह मशाल मेघालय में जलेगी। गर्व की बात है कि 2036 में ओलिंपिक की मेजबानी के लिए भारत तैयार है।

    38वें राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देहरादून में किया था। राज्य के 11 स्थानों पर 35 स्पर्धाओं में 10 हजार खिलाड़ी शामिल हुए थे। शुक्रवार को आइजीआइ स्पोर्ट्स स्टेडियम गौलापार में आयेाजित समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) को राजा भालिंद्र सिंह ट्राफी, महाराष्ट्र को फर्स्ट रनरअप ट्राफी और तीसरे स्थान पर आने वाले हरियाणा को सेकंड रनरअप ट्राफी देकर सम्मानित किया।

    खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि भारत का हर राज्य खेलने और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। उत्तराखंड के बाद फिर राष्ट्रीय खेल का आयोजन एक और पहाड़ी राज्यों में होने रहा है। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड की आयोजन समिति एवं खेल संगठनों की प्रशंसा की और कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए पूरे देश में उत्तराखंड की प्रशंसा हो रही है। राष्ट्रीय खेलों को लेकर मेघालय के मुख्यमंत्री कानराड संगमा ने यह निर्णय लिया है कि नार्थ ईस्ट के सभी राज्यों में खेलों के आयोजन से पूरे नार्थ ईस्ट को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाएंगे।

    केंद्रीय गृह मंत्री ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सफलता सिर्फ शारीरिक क्षमता से नहीं बल्कि दृढ़ निश्चय और मजबूत मन से प्राप्त होती है। अथक परिश्रम और निरंतर प्रयास खिलाड़ियों को आगे ले जाएगी। इन सभी के माध्यम से खिलाड़ी मेडल तक की यात्रा तय कर सकते हैं।

    प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए। आज हर खिलाड़ी पीएम को खेल मित्र के रूप में मानता है। उन्होंने कहा कि 2014 में खेल बजट 800 करोड़ था, जिसे अब 2025-26 में खेल बजट 3800 करोड़ तक पहुंचाया है। अंतरराष्ट्रीय मंचों में भी हमारे खिलाड़ियों ने तिरंगे का मान बढ़ाया है। खिलाड़ियों के मेडल से पता लगता है कि देश में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और जीतने की भूख में बढ़ोतरी हुई है।

    दुश्मनों को मोदी का संदेश, भारत की सीमा व सेना से कभी खिलवाड़ नहीं करना

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज व पुलवामा में बालिदान हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पुलवामा के जवानों के बलिदान ने देश को सुरक्षित किया है। जवानों के बलिदान के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया था। इसी के कारण पूरी दुनिया का भारत के प्रति नजरिया बदला है। इससे दुश्मनों को साफ संदेश गया कि भारत की सेना और सीमा से कभी खिलवाड़ नहीं करना है।

    सीएम ने लिया जायजा

    गृहमंत्री के दौरे से पहले गुरुवार को सीएम पुष्कर धामी ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पहुंच तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने कहा कि ये हमारे लिए सौभाग्य की बात हैं कि राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया और समापन समारोह में गृहमंत्री अमित शाह का सानिध्य मिल रहा है।

    गौलापार स्टेडियम पहुंचे सीएम धामी ने कहा कि मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर राष्ट्रीय खेलों से जुड़ी सभी प्रतियोगिताएं प्रदेश के अंदर ही कराकर उत्तराखंड ने अपनी क्षमताओं को साबित कर दिया। मेजबानी मिलने से खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन, प्रेरणा और पदक भी मिले।

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    गोवा में हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों में हम अंकतालिका में 25वें नंबर पर थे। जबकि इस बार सातवां स्थान हासिल किया। जिससे पूरे राज्य में उत्साह का माहौल बना हुआ है। सीएम ने कहा कि बड़े आयोजन में अस्थायी नहीं बल्कि स्थायी स्ट्रक्चर खड़ा करने का फायदा भविष्य में भी युवाओं को मिलेगा। उत्तराखंड की खेल प्रतिभाओं के निखरने का सिलसिला अब थमने वाला नहीं।

    सीएम पुष्‍कर सिंह धामी। फाइल

    धामी का संकल्प, देवभूमि को खेलभूमि भी बनाएंगे

    मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल सुविधाओं को विकसित करने पर खिलाडिय़ों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। सरकार का संकल्प है कि देवभूमि की पहचान खेलभूमि के तौर पर भी होगी। ताकि खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके।

    खिलाडिय़ों के बीच पहुंच सीएम ने लगाया निशाना

    राष्ट्रीय खेलों से जुड़े अलग-अलग आयोजन स्थलों पर पहुंच मुख्यमंत्री ने लगातार खिलाडिय़ों का हौंसला बढ़ाने के साथ ही उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित भी किया। गुरुवार को स्टेडियम में निशानेबाजों के बीच पहुंच लेजर गन से निशाना भी साधा। इससे पूर्व कभी साइकिल चला तो कभी कुश्ती प्रतियोगिताओं में पहुंच संदेश दिया कि खेल आयोजन सरकार की प्राथमिकता है।

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