बेटे भाग्य से मिलते हैं, बेटियां सौभाग्य से
संवाद सहयोगी, लालकुआं : नया उजाला कल्याण समिति की ओर से आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ महामातृ सम्मेलन
संवाद सहयोगी, लालकुआं : नया उजाला कल्याण समिति की ओर से आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ महामातृ सम्मेलन में क्षेत्र के 40 विद्यालयों के सैकड़ों विद्यार्थियों, भोजन माताओं, माताओं व दादियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर कई वरिष्ठ महिला स्वयं सेवियों ने महिला सशक्तीकरण पर विचार व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि व संस्था की अध्यक्षा मंजू तिवारी ने कहा कि बेटे भाग्य से मिलते हैं, लेकिन बेटियां सौभाग्य से। लोगों को बहु तो चाहिए, लेकिन बेटी नहीं। बेटियों के बिना समाज की परिकल्पना करना भी मुश्किल है। निदेशक चिकित्सा कुमाऊं मंडल डॉ. गीता शर्मा ने कुपोषण पर चिंता व्यक्त करते हुए बरसात के समय क्षेत्रवासियों को सर्तकता बरतने को कहा। वरिष्ठ शिक्षाविद रजनीकाता बिष्ट ने महिला सशक्तीकरण पर बल दिया। अध्यक्षा सुमित्रा जायसवाल ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए हर एनजीओ व राजनीतिक पार्टी को सहयोग करना चाहिए। संचालन राजेंद्र पंत रमाकांत, अजय उप्रेती व त्रिभुवन उप्रेती ने किया। इस दौरान प्रसिद्ध कवयित्री आशा सैली, बीना जोशी, चंद्रकला खाती, गीता भट्ट, सुनीता पांडे, संगीता तिवारी, भावना उप्रेती आदि थीं।
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भीड़ में गर्मी व प्यास से बेहाल
लालकुआं : आयोजकों ने भीड़ जुटाने के लिए सम्मेलन में छात्राओं समेत महिलाओं को सम्मानित करने की घोषणा की थी। इसका असर भी देखने को मिला। सम्मेलन में भीड़ तो खूब दिखी लेकिन बैठने की व्यवस्था न होने से कई महिला बच्चे होटल की गैलरी में इनाम का इंतजार करने लगे। तीन घंटे तक भरी गर्मी में भूख व प्यास ने लोगों का बुरा हाल कर दिया। इनाम पाने को भी अफरा-तफरी मची। कई लोगों को इनाम खत्म होने के बाद इनाम नहीं मिला तो आयोजकों को कोसते हुए कई बच्चे व महिलाएं निराश लौट गई।
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