चना बना दालों का राजा
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : अरहर, उड़द व मूंग के आसमान छूते दामों के बीच मंदी की मार झेल रही चने (पी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : अरहर, उड़द व मूंग के आसमान छूते दामों के बीच मंदी की मार झेल रही चने (पीला) की दाल खूब गलने लगी है। आलम यह है कि चना दाल की डिमांड 15 से 20 दिन के भीतर कई गुना बढ़ गई है। इसके साथ ही उन दालों को भी बाजार मिला है, जिनको लोग कम पसंद करते हैं।
चने की दाल सस्ती होने की वजह से ज्यादा बिक रही है। पिछले करीब दो माह से अरहर, उड़द और मूंग की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। लोगों ने इससे छुटकारा पाने के लिए चने (पीला/छिलका) दाल को विकल्प बनाया। इसके अलावा साथ मटर दाल की डिमांड भी बढ़ी है। डिमांड बढ़ने का खास कारण यह है कि इनकी कीमतों में बहुत ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है। खास बात यह है कि जिन दिनों चने की दाल की डिमांड बढ़ी उन दिनों अरहर दाल की आवक बहुत कम हुई। कुमाऊंभर में सबसे अधिक दालों की आपूर्ति करने वाले गल्ला मंडी मंगत सहाय फर्म में अरहर की दाल की बिक्री पिछले एक माह में अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है। उनके पास पहले प्रति दिन 15 से 20 क्विंटल अरहर की आवक होती थी। वहीं, अब प्रति दिन की खपत पाच-छह क्विंटल ही रह गई है।
दिन दिनों में सबसे अधिक रही डिमांड
दिन,आवक चना,आवक अरहर
18 सितंबर,240,--
20 सितंबर,445,80
चार अक्टूबर,471,50
पांच अक्टूबर,300,61
छह अक्टूबर,280,--
20 अक्टूबर,600,--
21 अक्टूबर,201,90
22 अक्टूबर,90,--
25 अक्टूबर,190,--
अगस्त माह में चने की स्थिति
दिन आवक चना आवक अरहर
दो अगस्त -- 110
तीन अगस्त 40 90
चार अगस्त 45 89
पांच अगस्त -- 200
दामों में मामूली बढ़ोत्तरी
चना दाल के दामों की बात करें तो डिमांड के अनुरूप दाल के भाव नहीं बढ़े। स्थिति यह है कि जुलाई में कम डिमांड होने पर दाम 4200 से 6700 प्रति क्विंटल थे। डिमांड बढ़ने के बाद दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
-आवक रजिस्टर में दालों की एंट्री आवक के अनुसार होती है। अरहर के दामों में बढ़ोतरी के बाद आवक में काफी कमी आई है। चना और मटर दाल की आवक बढ़ी है।
-गिरीश चंद्र गुरुरानी, मंडी निरीक्षक

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