13 कुख्यात बदमाश जेल से रच सकते हैं साजिश, एसटीएफ ने शुरू की निगरानी
उत्तराखंड की जेलों में बंद कुख्यात बदमाश एसटीएफ के राडार पर हैं। हरिद्वार अल्मोड़ा और अब पौड़ी में बदमाशों के जेल से नेटवर्क चलाने के बाद कुख्यात बदमा ...और पढ़ें

दीप चंद्र बेलवाल, हल्द्वानी : उत्तराखंड की जेलों में बंद कुख्यात बदमाश एसटीएफ के राडार पर हैं। हरिद्वार, अल्मोड़ा और अब पौड़ी में बदमाशों के जेल से नेटवर्क चलाने के बाद कुख्यात बदमाशों को सूचीबद्ध किया गया है। 13 ऐसे बदमाश हैं जो कभी भी साजिश रच सकते हैं। इनका नेटवर्क शुरू से काफी मजबूत माना जा रहा है।
उत्तराखंड में एक खुली व एक सेंट्रल जेल है। इसके अलावा सात जिला जेल व दो उप जिला जेल हैं। कैदियों की क्षमता देखी जाए तो सभी जेल में करीब तीन हजार तक हैं, लेकिन इन जेलों में क्षमता से दो गुना अधिक कैदी हैं। हरिद्वार, अल्मोड़ा व पौड़ी तीन जिलों की जेलों में बंद कैदियों का नेटवर्क ध्वस्त करने के बाद एसटीएफ ने सख्ती शुरू कर दी है।
एसटीएफ ने 13 कुख्यात बदमाशों को चिह्नित किया है। ये बदमाश हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी समेत संगीन मामलों की सजा काट रहे हैं। बदमाशों की जेलों में सक्रियता शुरू से रही है। इनका रहन-सहन व खानपान भी अन्य कैदियों से थोड़ा अलग बताया जा रहा है। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार जेलों में बंद अधिकांश बदमाश बाहरी राज्यों के हैं। कई नामी बदमाशों को राज्य की जेलों से शिफ्ट भी किया जा चुका है।
खातिरदारी करने वाले भी होंगे चिह्नित
अल्मोड़ा व पौड़ी में कैदियों के जेल से रिश्वत मांगने के बाद यह बात सामने आई है कि जेल में बदमाशों की कई सुरक्षा कर्मी खातिरदारी करते हैं। उन्हें मनपसंद खाने के साथ ही अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। ऐसा करने वाले लोगों पर भी एसटीएफ नजर रख रही है।
बदमाशों के नाम से गुर्गे सक्रिय
जेल में बंद बदमाशों के नाम पर उनके गुर्गे काफी सक्रिय रहते हैं। हाल में रुद्रपुर में इस तरह का मामला सामने आ चुका है। राजस्थान की जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई के नाम से उसके गुर्गे ने एक कारोबारी को काल किया था। काल जिस नंबर से आया, पुलिस उसका आज तक पता नहीं लगा सकी।
बदमाशों के लिए एसटीएफ अलर्ट
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि राज्य की जेलों में बंद बदमाशों पर नजर रखी जा रही है। 13 कुख्यात बदमाश जेलों में हैं। इनके खिलाफ गंभीर अभियोग दर्ज हैं। जेल में बंद बदमाशों के लिए एसटीएफ अलर्ट है। साथ ही मुखबिर तंत्र मजबूत किया है।

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