हरिद्वार में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के बाद 'महाकुंभ' सी भीड़, 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
Uttarakhand Tourism धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी के बाद वीकेंड पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान और चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई। पुलिस को ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू करना पड़ा। केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने वाले यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है जिससे व्यवसायी खुश हैं।

जागरण संवाददताा, हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में तीर्थाटन को गंगा दशहरा एवं निर्जला एकादशी के पर्वों के बाद वीकेंड का उपहार मिला है। शनिवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है। गंगा दशहरा पर हरिद्वार में 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई।
निर्जला एकादशी व्रत पर भी हरिद्वार में अच्छी भीड़ उमड़ी। इन दोनों पर्वों के बाद वीकेंड की शुरुआत हुई। वीकेंड पर शनिवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान और चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार पहुंचे, जिससे नेशनल हाईवे और प्रमुख सड़कों पर जाम जैसी स्थिति बनी।
शनिवार को भी श्रद्धालु अपने निजी वाहनों, बसों एवं अन्य यात्री साधनों से हरिद्वार पहुंचे, जिससे सुबह से ही हाईवे पर वाहनों का रेला लगा रहा। भारी भीड़ के कारण ट्रैफिक व्यवस्था चरमराने लगी, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
पुलिस प्रशासन को स्थिति संभालने के लिए बार-बार ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू करना पड़ा। हरिद्वार-रुड़की राष्ट्रीय राजमार्ग, रुड़की लक्सर मार्ग, मुख्य बाजार से अपर रोड, कनखल, भीमगोडा, हरकी पैड़ी, ऋषिकुल, चंडी घाट, सप्तऋषि और हरिद्वार बाईपास आदि मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें। स्थिति यह रही कि वाहनों को रेंग-रेंग कर आगे बढ़ना पड़ा, जिससे चालक और यात्री दोनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस अधिकारी और जवान स्वयं सड़कों पर उतरकर यातायात व्यवस्था संभालने में जुटे रहे। ताकि यातायात सुचारु रूप से चल सके। जून के पहले सप्ताह चारधाम यात्रियों की संख्या में भी बढोत्तरी हुई है। सबसे अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए आ रहे हैं। जिससे यातायात पर अत्यधिक दबाव बना हुआ है।
धर्मनगरी में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से तीर्थाटन से जुड़े व्यवसायी काफी खुश है। व्यवसायियों का कहना है कि वैशाखी के बाद इसी सीजन का यह पहला अवसर है जब श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।