जागरण संवाददाता, हरिद्वार : Uttarakhand PCS Mains 2021: राज्य लोक सेवा आयोग ने उत्तराखंड मूल की महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण की नई व्यवस्था लागू होने के चलते उत्तराखंड सम्मिलित राज्य (सिविल) प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2021 के 22 सितंबर 2022 और 19 अक्टूबर 2022 के संशोधित रिजल्ट में बदलाव किया है।

2200 महिला अभ्यर्थी का रिजल्ट निरस्त

आयोग ने ऐसी 2200 महिला अभ्यर्थी का रिजल्ट निरस्त कर दिया है, जो राज्य की मूल निवासी नहीं है और जिन्होंने उत्तराखंड महिला का क्षैतिज आरक्षण का दावा नहीं किया है। इनमें ऐसी महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं, जो उत्तराखंड महिला के श्रेणीवार कट आफ मार्क्स की अर्हता को पूरी नहीं करती।

संशोधित परिणाम जारी होने के बाद अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों की संख्या करीब छह हजार रह गई है। आयोग की ओर से निरस्त अभ्यर्थियों की सूची आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड की गई है।

पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2021 के अंतर्गत पवित्रा चौहान और अन्य तथा सत्यदेव त्यागी बनाम उत्तराखंड राज्य और अन्य में हाईकोर्ट की ओर से पारित निर्णय के अनुपालन में क्षैतिज आरक्षण अंतर्गत समस्त महिला अभ्यर्थियों को शामिल करते हुए प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम को 22 सितंबर 2022 और 19 अक्टूबर 2022 को संशोधित किया था।

10 जनवरी 2023 को महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण अधिनियम अधिसूचित किया

उत्तराखंड शासन की ओर से 10 जनवरी 2023 को महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण अधिनियम 2022 अधिसूचित किया गया।

इस अधिनियम के 18 जुलाई 2021 से प्रभावी होने के आधार पर पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2021 में उत्तराखंड मूल की महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण प्रदान किया गया। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि ऐसी महिला अभ्यर्थियों की संख्या करीब 2200 है। इन्हें हटाने के बाद अब अभ्यर्थियों की संख्या 5959 रह गई है।

बताया कि निरस्त अभ्यर्थियों की सूची आयोग की वेबसाइट www.psc.uk.gov.in पर भी अपलोड की गई है। बताया कि बाल विकास परियोजना अधिकारी पद के सापेक्ष निरस्त अभ्यर्थियों की संख्या 78, सहायक निदेशक मत्स्य चार, सहायक श्रमायुक्त 6, उप निबंधन श्रेणी दो 34, सूचना अधिकारी- जिला सूचना अधिकारी छह आदि शामिल है।

Edited By: Nirmala Bohra