Lockdown 4.0: हरिद्वार में सभी तरह की दुकानें खुलने से राहत, कहीं पसरा रहा सन्नाटा
हरिद्वार में सभी तरह की दुकानें सुबह सात बजे तक शाम चार बजे तक खोले जाने को लेकर व्यापारियों में ऊहापोह की स्थिति रही।
हरिद्वार, जेएनएन। लॉकडाउन-चार में सभी तरह की दुकानें सुबह सात बजे तक शाम चार बजे तक खोले जाने को लेकर व्यापारियों में ऊहापोह की स्थिति रही। अधिकांश दुकानें सुबह दस बजे के बाद ही खुली। ज्वालापुर कटहरा बाजार में खरीदारों की भीड़ जुटने से व्यापारी भी उत्साहित दिखे। हालांकि यात्री बाहुल्य हरकी पैड़ी क्षेत्र में सन्नाटा पसरा रहा।
रेड से ग्रीन जोन में शामिल हरिद्वार जिले को लॉकडाउन चार में कुछ रियायतें मिली हैं। इसके तहत सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक सभी तरह की दुकानें खोलने के आदेश हुए। हालांकि जिला प्रशासन के आदेश की समय से जानकारी न होने के चलते व्यापारी असमंजस में रहे। असमंजस इस बात को लेकर भी थी कि पहले प्रशासन ने ऑड-ईवन फामरूले से दुकानें खोलने के संकेत दिए थे। बहरहाल मंगलवार को सभी तरह की दुकानें खुलने से लोगों को राहत मिली। ज्वालापुर कटहरा बाजार में कॉस्मेटिक, फुटवियर, रेडीमेड गारमेंट्स से लेकर सूट, साड़ी की दुकानों में लोग खरीदारी करते दिखे। हालांकि यहां शारीरिक दूरी मानकों का पालन कराया गया। दुकानों के बाहर मास्क लगाने और शारीरिक दूरी मानकों का पालन करने संबंधी जागरूकता संदेश भी लगे दिखे।
सैलूनों में भी लोग चेहरे चमकाते दिखे। ब्यूटी पॉर्लरों में भी महिलाएं सजने संवरने पहुंची। हार्डवेयर, पेंट्स, सेनेटरी, बिल्डिंग मेटीरियल आदि दुकानें खुलने से आगामी दिनों में निर्माण कार्यों को गति मिलेगी। हालांकि, उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र की दुकानों में ग्राहकों का टोटा दिखा। मोती बाजार में भी कुछ दुकानें खुली मिली लेकिन ग्राहक न के बराबर दिखे। हरकी पैड़ी अपर रोड पर सन्नाटा रहा। अस्थि प्रवाह घाट, सुभाष घाट, कुशा घाट आदि क्षेत्र में पूजा पाठ से संबंधित सामानों में कर्मकांड को आने वाले लोटा, बर्तन आदि खरीदते दिखे। बताते चलें कि इन क्षेत्रों की दुकानें यात्रियों पर निर्भर है। इन दिनों बाहर से यात्रियों का आना जाना बंद है। उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के बाजारों में सन्नाटे की यही मुख्य वजह है।
वाहनों के ऑड-ईवन को लेकर भी असमंजस
वाहनों के संचालन को लेकर भी असमंजस की स्थिति रही। ऑड-ईवन फामरूले को सही समझ न होने के चलते पहले दिन ऑड के साथ ईवन नंबर के वाहन भी संचालित होते दिखे। हालांकि ऑटो रिक्शा, विक्रम बंद रहे, लेकिन ई-रिक्शा का जगह-जगह संचालन होता दिखा।
उपमंडी स्थल गोवर्धनपुर में अब किसानों के अलावा पंजीकृत व्यापारी भी फल-सब्जी की आपूर्ति कर सकेंगे। मंडी समिति के अधिकारियों और व्यापारियों के बीच वार्ता में इस पर सहमति बनी है। प्रशासन ने नगर में लगने वाली सब्जी मंडी में भीड़भाड़ को देखते हुए सब्जी मंडी को लक्सर नगर से नौ किलोमीटर दूर गोवर्धनपुर उपमंडी स्थल पर शिफ्ट कर दिया है। लक्सर के व्यापारी और स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहें हैं। इस बीच गोवर्धनपुर में अब रोजाना सब्जी मंडी लग रही है। व्यापारियों ने यहां आम जनता के लिए भी दुकानें लगाए जाने की मांग की थी। इसके अलावा जिन फल-सब्जियों की पैदावार स्थानीय किसान नहीं करते हैं। ऐसे फल सब्जियों की आपूर्ति मंडी से पंजीकृत व्यापारियों द्वारा मंडी को करने का प्रस्ताव दिया गया था।
पंजीकृत व्यापारी कर सकेंगे मंडी में फल-सब्जी की आपूर्ति
श्यामपुर क्षेत्र के दुकानदारों में दुकान खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। जिस कारण क्षेत्र में वही दुकानें खुली, जो पूर्व में खुल रही थीं। लॉकडाउन के चौथे चरण की शुरुआत में हरिद्वार जिला कोरोना मुक्त होने के कारण इसे रेड जोन से ग्रीन जोन में शामिल कर दिया गया था, जिसके बाद सभी को दुकानें खुलने की उम्मीद जग गई थी। लेकिन, श्यामपुर क्षेत्र में नियमों में बदलाव के पहले दिन दुकानदारों में दुकान खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। क्षेत्र में मंगलवार को वही दुकानें खुली रही, जो लॉकडाउन के तीन चरणों में खुली रही। हालांकि ग्रामीण कई दिनों से अन्य दुकानों के खुलने के इंतजार में सुबह ही दुकान के बाहर पहुंच गए थे
शहर के बाजार खुले, जगी व्यापारियों की उम्मीदें
हरिद्वार जिला ग्रीन जोन में आने के बाद शिक्षानगरी के बाजार खुल गए। बाजार खुलने के साथ ही व्यापारियों की उम्मीदें भी जाग गई हैं। हालांकि मंगलवार को शहर के बाजारों में गिनती के ही ग्राहक पहुंचे। ऐसे में व्यापारियों का अधिकांश समय दुकान में साफ-सफाई और मरम्मत कार्यों में ही बीता।
कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण के खतरे के कारण देशभर में 24 मार्च से लॉकडाउन है। अब लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो गया है, लेकिन हरिद्वार जिला ग्रीन जोन में आने के बाद मंगलवार से शासन की ओर से बाजार खोलने की अनुमति दे दी गई है। जिसके बाद पौने दो महीने से अधिक समय के बाद शहर और आसपास के क्षेत्रों के बाजार खुले। शहर के सिविल लाइंस, मेन बाजार, बीटी गंज, अनाज मंडी ओल्ड रेलवे रोड, रामनगर, आजाद नगर समेत अन्य बाजारों में कपड़े, जूते-चप्पल, आभूषण, कास्मेटिक सामान की दुकानें, पर्दे-गद्दे, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें समेत सभी उत्पाद की दुकानें खुली। शासन की ओर से सुबह सात बजे से लेकर शाम चार बजे तक बाजार खोलने की अनुमति दी गई है। हालांकि शहर के बाजारों में सुबह आठ बजे के बाद ही अधिकांश दुकानें खुलनी शुरू हुई।
वहीं, देर रात आदेश आने की वजह से कुछ कारोबारियों में दुकानें खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति भी देखने को मिली। लंबे समय बाद दुकान खोलने वाले दुकानदारों के चेहरों पर आशा की किरण देखने को मिली। हालांकि लॉकडाउन में पहले दिन बाजार खुलने पर गिनती के ही ग्राहक पहुंचे। ऐसे में दुकानदारों का सारा समय दुकान की साफ-सफाई और सामान को व्यवस्थित करने में ही गुजरा। मेन बाजार के कपड़ा कारोबारी राम कुमार अरोड़ा ने बताया कि मंगलवार को बाजार में काफी कम संख्या में ग्राहक पहुंचे। इस वजह से पहला दिन तो दुकान की साफ-सफाई और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की मरम्मत में ही गुजरा।
उन्होंने बताया कि दुकान में लॉकडाउन के नियमों का पूरा पालन कर रहे हैं। शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है और कर्मचारी भी मास्क पहन रहे हैं। वहीं अन्य कारोबारी नवीन कुमार ने बताया कि लंबे समय बाद दुकान खुलने से खुशी महसूस हो रही है। ईद आने वाली है ऐसे में ग्राहक आने की भी उम्मीद है। उधर, प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने कहा कि बाजार की रौनक लौटने में अभी समय लगेगा लेकिन बाजार खुलने से व्यापारियों में उम्मीद जगी है। पहले दिन गिनती के ही ग्राहक पहुंचे। रुड़की सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय चौहान ने बताया कि बाजार खुलने के पहले दिन आभूषण बाजार भी सूना रहा लेकिन दुकानें खुलने की अनुमति मिलने से व्यापारियों को तसल्ली है।
लॉकडाउन के चौथे चरण में खुला रुड़की का मेन बाजार
शासन की ओर से अभी बाजारों को सुबह सात बजे से लेकर शाम चार बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन व्यापारियों की ओर से सुबह दस बजे से लेकर शाम सात बजे तक दुकानें खोलने की इजाजत देने की मांग की जा रही है। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने बताया कि कई व्यापारी मांग कर रहे हैं कि सुबह दस से लेकर शाम सात बजे तक दुकानें खोली जाएं। व्यापारियों का कहना है कि रुड़की के बाजारों में ग्रामीण क्षेत्र से काफी संख्या में ग्राहक खरीदारी के लिए आते हैं। ऐसे में सुबह जल्दी बाजार पहुंचने में उन्हें दिक्कत हो सकती है। वहीं अब दोपहर में भीषण गर्मी पड़नी शुरू हो गई है। इस वजह से दोपहर में भी खरीदार नहीं पहुंचेंगे। इस वजह से कारोबारियों की ओर से सुबह दस से लेकर शाम सात बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति देने की मांग की जा रही है।
बाजार की सड़कों पर जाम का झाम
शहर के मेन बाजार और बीटी गंज में मंगलवार को जाम का झाम देखने को मिला। हालांकि बाजार में खरीदारी के लिए तो कम संख्या में ही ग्राहक पहुंचे लेकिन बाजार से आवाजाही करने वाले लोगों की भीड़ की वजह से सुबह के वक्त बाजार की सड़कों पर जाम लगा रहा। जिस वजह से लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दी।
खुले बाजार तो उमड़ पड़ी भीड़
दो माह के बाद छूट मिली तो बाजार खुलते ही दुकानों पर लोगों की भीड़ लग गई। इस दौरान शारीरिक दूरी का भी उल्लंघन हुआ। पुलिस को व्यवस्थाएं बनवाने में पसीना बहाना पड़ा, वहीं दुकानें खुलने के बाद लोगों के साथ व्यापारियों को भी खासी राहत मिली है। 22 मार्च के बाद से आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी दुकानें और कार्यालय बंद थे। मंगलवार को दुकानें खुलने पर लोगों ने आवश्यक सामान की खरीदारी की। ईद को देखते हुए कपड़ों व जूतों की दुकानों पर खासी भीड़ रही। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों की भी धज्जियां उड़ी।
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