हरिद्वार: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भागीरथी पर्यटक आवास गृह का किया लोकार्पण, बोले- एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए होना होगा एकजुट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हरिद्वार में अलकनंदा घाट स्थित उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के नवनिर्मित भागीरथी पर्यटक आवास गृह के लोकार्पण और अलकनंदा होटल के उत्तराखंड को हस्तांतरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। होटल अलकनंदा की चाभी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपी।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारतÓ की परिकल्पना को साकार करने के लिए राजनीतिक संकीर्णता, मतभेदों से ऊपर उठकर धरातल पर काम करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने नये भारत का उदय हो रहा है, जो दुनिया को विश्व बंधुत्व, आपसी भाईचारे, धार्मिक सहिष्णुता, सद्भाव, परस्पर विश्वास, प्रेम और विकास का रास्ता दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हरिद्वार में अलकनंदा घाट स्थित उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के नवनिर्मित 'भागीरथी पर्यटक आवास गृह' के लोकार्पण और अलकनंदा होटल के उत्तराखंड को हस्तांतरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। दोनों राज्यों के बीच परिसंपत्ति बंटवारे को लेकर हुए समझौते के आधार पर उत्तराखंड सरकार ने उत्तर प्रदेश को नया पर्यटक आवास गृह निर्मित करने में सहयोग किया। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरिद्वार में 1967 से चल रहे उत्तर प्रदेश के स्वामित्व वाले 39 कमरों के होटल अलकनंदा की चाभी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपी।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर 2964 वर्ग मीटर में 43 करोड़ 26 लाख से लागत से बने 100 कमरों वाले भागीरथी पर्यटक आवास गृह का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने छोटे भाई सा रिश्ता रखा है और व्यवहार किया है। यही वजह है कि परिसंपत्तियों को लेकर पिछले 21 साल से चले आ रहे विवाद को दोनों राज्यों की सरकारों ने आपसी सहमति और संवाद से न केवल सुलझा लिया, बल्कि उसे धरातल पर क्रियान्वित भी किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि परिसंपत्तियों के जो पांच प्रतिशत मामले बच गए हैं, उन्हें भी आपसी सहमति और संवाद से सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों ने विवाद सुलझाकर अन्य राज्यों के सामने एक उदाहरण पेश किया है।
इससे पहले प्रमुख संत महात्माओं की मौजूदगी में दोनों मुख्यमंत्री ने एक-दूसरे को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समारोह में मौजूद सभी संत-महात्माओं को भी सम्मानित किया। उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दोनों राज्यों में पर्यटन की संभावनाओं और उसके विकास पर प्रकाश डाला। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पांडव के स्वर्गारोहण यात्रा मार्ग को धार्मिक पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने और नाथ संप्रदाय के दृष्टिकोण से नाथ सर्किट के विकास की बात कही।
उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे धार्मिक पर्यटन में वृद्धि होने के साथ-साथ राज्य की आर्थिकी में भी बढ़ोतरी होगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने योगी आदित्यनाथ और मुख्यमंत्री पुष्कर ङ्क्षसह धामी को बड़े भाई और छोटे भाई की संज्ञा दी। उन्होंने हरिद्वार में गंगा तट पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर ङ्क्षसह धामी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिलन को भागीरथी और अलकनंदा का संगम बताया। साथ ही दोनों के मिलन को देश के साथ-साथ राज्यों के विकास के लिए अद्वितीय करार दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने परिसंपत्ति बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुष्कर ङ्क्षसह धामी के प्रयासों की सराहना की।
एक साथ नजर आए अखाड़ा परिषद के दोनों गुट
समारोह के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दोनों गुट (महानिर्वाणी और निरंजनी) के बीच जमा बर्फ भी पिघलती नजर आई। पूरे समारोह के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (निरंजनी) के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी और (महानिर्वाणी) के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी न केवल एक साथ नजर आए बल्कि दोनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुष्कर सिंह धामी का स्वागत भी किया।
उत्तराखंड में जल्द शुरू होगी आरोग्यधाम यात्रा : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म-अध्यात्म के साथ-साथ योग और ध्यान के लिए जल्द उत्तराखंड में आरोग्यधाम यात्रा की शुरुआत की जाएगी। देवभूमि में मेडिकल टूरिज्म की यहां बहुत संभावनाएं हैं। अलकनंदा घाट पर पत्रकारों से बातचीत में योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों को त्योहारों के भव्य आयोजन से जोडऩे का काम किया है। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या के श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण को संतों के आशीर्वाद का प्रतिफल बताया। योगी ने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन के साथ ही ईको टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम संवर चुका है। बदरीनाथ और हरिद्वार के विकास के लिए भी तेजी से काम हो रहा है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्यमंत्री पुष्कर ङ्क्षसह धामी ने अलकनंदा घाट पर मां गंगा को पुष्पांजलि अर्पित की।
गंगा आस्था भी है और जीवन का आधार भी: योगी
योगी आदित्यनाथ ने ऋषिकुल आडिटोरियम में पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के रचित गंगा गीत और खंड काव्य 'मैं गंगा बोल रही हूं' का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गंगा भारत की जीवनधारा है। यह जीवन भी है और जीविका भी। आस्था भी है और जीवन का आधार भी। गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए सभी सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों को मिलकर कार्य करना होगा। नमामि गंगे परियोजना की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गंगा को पुनर्जीवित किया है। गंगोत्री से गंगा सागर तक 2500 किलोमीटर की लंबी गंगा का सर्वाधिक एक हजार किलोमीटर क्षेत्रफल उत्तर प्रदेश में है। हरिद्वार के बाद कई स्थानों पर गंगा का जल आचमन योग्य भी नहीं था। अब इसमें बदलाव आया है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का जिक्र करते हुए कहा कि 2017 से पहले जो गंगा की दशा थी, वह अब नहीं है। उन्होंने 2009 में रमेश पोखरियाल निशंक की ओर से शुरू किए स्पर्श गंगा अभियान की तारीफ की।
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