पोस्टिंग पाने में अव्वल, रिजल्ट देने में फिसड्डी हरिद्वार जिला : 22133 छात्रों में से 5451 छात्र हो गए फेल
हरिद्वार जिले में इंटर के 22133 छात्रों से 5451 छात्र फेल हो गए है। बोर्ड की ओर से जो रिजल्ट जारी किया गया है उसमें अल्मोड़ा जिला 87.33 प्रतिशत के साथ पहले नंबर पर है। इसके बाद रुद्रप्रयाग चंपावत आदि जिले हैं। 13 वें स्थान पर हरिद्वार जिला है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : मुख्यमंत्री हो या शिक्षा मंत्री, सचिव हो या शिक्षा महानिदेशक सभी के दफ्तरों में तबादलों की अर्जी में सबसे अधिक अर्जी हरिद्वार जिले में ही पोस्टिंग पाने वालों की है। हर साल पोस्टिंग पाने में कुछ शिक्षक कामयाब भी हो जाते हैं इसके बावजूद रिजल्ट के मामले में हरिद्वार जिला पिछड़ गया है। कुल 13 जिलों में हरिद्वार जिले का नंबर 13 वां है।
इस बार हरिद्वार जिले में इंटर के 22133 छात्रों से 5451 छात्र फेल हो गए है। बोर्ड की ओर से जो रिजल्ट जारी किया गया है, उसमें अल्मोड़ा जिला 87.33 प्रतिशत के साथ पहले नंबर पर है। इसके बाद रुद्रप्रयाग, चंपावत आदि जिले हैं। 13 वें स्थान पर हरिद्वार जिला है।
जिले में 73.37 बच्चे पास हुए है। ऐसे में हरिद्वार जिले के शिक्षक एवं छात्र दोनों पर ही सवालियां निशान उठ रहा है। राजकीय हाईस्कूल एवं इंटर कालेजों की बात की जाए तो यहां पर तैनाती पाने के लिए मारामारी रहती है। वहीं तमाम सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में भी शिक्षकों की लगातार नियुक्तियां हो रही है।
पिछले तीन चार वर्षों में हरिद्वार जिले के अशासकीय विद्यालयों में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां हुई है। इसके बावजूद रिजल्ट देने में शिक्षकों की दिलचस्पी उतनी नहीं दिखी। शिक्षा विभाग अब उन कारणों को खोजने में लगा हुआ है, जिसकी वजह से परीक्षा परिणाम प्रभावित हुआ है।
जहां तक में समझ पाया है कि जिले में छात्र कम संख्या में स्कूल जाते हैं, यह भी एक वजह है। इंटर के रिजल्ट में हरिद्वार जिला क्यों पिछड़ा है। इस बात की समीक्षा की जा रही है। इस बार सख्त समीक्षा होगी। कम रिजल्ट देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बेहतर रिजल्ट देने वाले गुरुजन को सम्मानित भी किया जाएगा।
बंशीधर तिवारी महानिदेशक शिक्षा