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    'आदेश का होगा सभी मंदिरों में पालन', राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बहिष्कृत करने के एलान पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

    ज्योतिर्मठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राहुल गांधी (Swami Avimukteshwaranand on Rahul Gandhi) को हिंदू धर्म से बहिष्कृत करने का आदेश दिया है। यह आदेश ज्योतिर्मठ के अधीन सभी मंदिरों और धार्मिक संस्थानों में लागू होगा। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि धर्मग्रंथों का अपमान करने वालों पर कार्रवाई निश्चित है।

    By Shailendra prasad Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Tue, 06 May 2025 05:38 PM (IST)
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    पत्रकारों से बात करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती। जागरण

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार। ज्योतिर्मठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बहिष्कृत किया गया है। यह आदेश ज्योतिर्मठ के अधीनस्थ समस्त मंदिरों और धार्मिक संस्थानों तक पहुंचाया जाएगा और सभी को इसका पालन करना अनिवार्य होगा।

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    एक आचार्य के रूप में हमने जो आदेश दिया है, वह अब ज्योतिर्मठ के अधीन हर मंदिर और धार्मिक संस्था तक पहुंचेगा। जहां-जहां हमारे अधीन मंदिर हैं, वहां इसका पालन अनिवार्य होगा। यह आदेश केवल एक विचार नहीं, धर्म की मर्यादा का निर्णय है।

    हरिद्वार कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि कुंभ मेले में आयोजित धर्मसंसद में देशभर से आए करोड़ों श्रद्धालुओं की जनभावना के आधार पर यह प्रस्ताव पारित किया गया था।

    राहुल गांधी को धर्मसंसद के संसदीय सचिव के माध्यम से पत्र भेजा गया, जिसमें स्पष्ट किया गया कि वे बताएं मनुस्मृति में वह अंश कहां लिखा है, जिसकी वे आलोचना कर रहे हैं। दो बार स्मरण पत्र भेजे जाने के बावजूद कोई उत्तर नहीं मिला।

    स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि किसी को यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि सनातन धर्म अनाथ है। कोई भी व्यक्ति चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, अगर वह हमारे धर्मग्रंथों का अपमान करेगा, तो उस पर कार्रवाई निश्चित है। संविधान में भी यह स्पष्ट है कि कोई ऐसी बात नहीं कही जानी चाहिए जिससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे।

    उन्होंने कहा कि यदि कोई मुसलमान होकर कहे कि कुरान मेरी किताब नहीं है या कोई ईसाई बाइबल को न माने, तो वह अपने धर्म में कैसे माना जा सकता है। उसी प्रकार जो व्यक्ति मनुस्मृति को नकारे, वह स्वयं को हिंदू नहीं कह सकता।

    घास हटानी जरूरी

    हरिद्वार : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि जब कोई किसान खेत में फसल बोता है, तो साथ में घास भी उग आती है। यदि घास को समय रहते न निकाला जाए, तो पूरी फसल खराब हो जाती है। आज हिंदू धर्म के भीतर भी ऐसी ही घास उग आई है, जिसे हटाना आवश्यक हो गया है।

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