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    कुंभ अवधि एक माह करने के फैसले का संतों ने किया स्वागत

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 18 Feb 2021 09:13 PM (IST)

    राज्य सरकार की ओर से कुंभ मेले की अवधि एक माह किए जाने की घोषणा से जहां धर्मनगरी के व्यापारी आक्रोशित हैं वहीं ज्यादातर संतों ने फैसले का स्वागत किया है।

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    कुंभ अवधि एक माह करने के फैसले का संतों ने किया स्वागत

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार : राज्य सरकार की ओर से कुंभ मेले की अवधि एक माह किए जाने की घोषणा से जहां धर्मनगरी के व्यापारी आक्रोशित हैं, वहीं ज्यादातर संतों ने फैसले का स्वागत किया है। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि अखाड़ा परिषद की 24 या 25 फरवरी को होने वाली बैठक में इस पर सामूहिक फैसला लेंगे। परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि ने भी सरकार के हर फैसले के साथ होने की बात कही है। बहरहाल कुंभ अवधि घटाने को लेकर अधिकांश संत सरकार के फैसले के साथ हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुंभ मेला अवधि सीमित किया जाना जनहित में है। हम सरकार के फैसले के साथ हैं। मेला प्रशासन को बैरागी संतों के लिए जल्द सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। वृंदावन मेले के बाद बड़ी संख्या में बैरागी संत हरिद्वार आगमन करेंगे। सरकार अपनी तैयारी पहले से पूरी कर ले। मेले के दौरान किसी भी संतों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

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    -शनि पीठाधीश्वर श्रीमहंत महेंद्र दास महाराज, शनि पीठाधीश्वर बैरागी संत सरकार की गाइडलाइन का पालन करने को तैयार हैं। लेकिन, मेला अधिष्ठान की ओर से बैरागी संतों की उपेक्षा की जा रही है। बैरागी संतों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। वैष्णव अखाड़ों के स्थायी निर्माण ना होने के कारण बैरागी संतों को टेंट और शिविर में ही कुंभ मेला करना होता है। सुविधाएं नहीं मिलती है तो कुंभ कैसे सकुशल संपन्न होगा।

    -महंत रामशरण दास, सचिव, अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़ा कुंभ अवधि सीमित किए जाने का सरकार का फैसला सही है। मेले के दौरान बैरागी संतों के शिविर और खालसे मुख्य आकर्षण का केंद्र होते हैं। कुंभ की भव्यता में बैरागी संतों की अहम भूमिका होती है। ऐसे में यदि सरकार की ओर से सुविधाएं नहीं मिलती हैं तो संतों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। सरकार और मेला अधिष्ठान बैरागी संतों के लिए कुंभ की व्यवस्थाएं लागू कराए।

    -महंत प्रह्लाद दास महाराज कुंभ मेले की अवधि एक महीने पर्याप्त है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुंभ मेले में सुरक्षा आवश्यक है। 25 मार्च के बाद बैरागी संत लाखों की संख्या में कुंभनगरी पहुंचेंगे। मेला प्रशासन को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। जल्द ही बैरागी कैंप क्षेत्र में पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए।

    -श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज, अध्यक्ष, अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़ा संत समाज कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने को तैयार है। बैरागी कैंप में वैष्णव संतों के लिए राज्य सरकार मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं। कुंभ मेले के दौरान कोरोना को लेकर एहतियात बरती जानी जरूरी है। विश्व भर में फैली इस महामारी को देखते हुए राज्य सरकार का यह निर्णय सराहनीय है।

    -श्रीमहंत धर्मदास, अध्यक्ष अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अणि अखाड़ा मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों और संतों से कुंभ अवधि के बारे में पूछा गया था। हमने सरकार से लिखित रूप से यह अपील की थी कि शाही स्नान और पेशवाई आदि में प्रतिबंध के चलते कोई दिक्कत न आए। इसके अलावा कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार जो भी उपाय कर रही है संत समाज उसके साथ है। कुंभ मेलावधि को लेकर सभी अखाड़ों और संतों का पूर्ण समर्थन है।

    -श्री महंत रविद्र पुरी, सचिव, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी