RPF सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन से कटकर मौत, गर्दन धड़ से अलग देख सहम गए रेल यात्री
हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ कांस्टेबल अरविंद तोमर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। हुगली एक्सप्रेस से कटकर उनकी गर्दन धड़ से अलग हो गई ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर डयूटी कर रहे आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) के एक सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन से कटकर मौत हो गई। हुगली एक्सप्रेस से कटकर सिपाही की गर्दन धड़ से अलग हो गई। जिससे प्रत्यक्षदर्शी रेल यात्रियों में सनसनी फैल गई।
सिपाही अरविंद तोमर मूलरूप से बढ़ौत, बागपत का निवासी है और एक महीने पहले ही वेस्टर्न रेलवे से ट्रांसफर होकर हरिद्वार आया था। प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जीआरपी मामले की जांच कर रही है।
रेलवे पुलिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के जिला बागपत मेें थाना बढ़ौत, ग्राम सड़कपुर जोनमाना निवासी अरविंद तोमर आरपीएफ में 2015 बैच का सिपाही था। एक महीने पहले ही वेस्टर्न रेलवे रतलाम मध्य प्रदेश से ट्रांसफर होकर वह हरिद्वार आया था। जबकि अरविंद की पत्नी पहले से रुड़की आरपीएफ में तैनात है। '
गुरुवार को अरविंद की डयूटी प्लेटफार्म पर लगी थी। वह बैरक से वर्दी पहनकर रेलवे स्टेशन पर पहुंचा और हुगली एक्सप्रेस में चेकिंग के लिए चढ़ा। कुछ मिनट बाद ही ट्रैक पर दूसरी तरफ हुगली एक्सप्रेस से कटकर उसकी मौत हो गई।
ट्रेन गुजरने के बाद सिपाही का धड़ और सिर अलग पड़ा देख यात्रियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पर आरपीएफ इंस्पेक्टर वीएस रावत और जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह टीम सहित मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी जुटाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। सिपाही की जेब या बैरक आदि से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इसलिए जीआरपी व आरपीएफ अधिकारी इसे हादसा मान रहे हैं। हालांकि, जांच अभी चल रही है।
जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह ने बताया कि अरविंद ट्रेन में डयूटी करने के लिए गया था। पता नहीं कैसे वह गिरकर ट्रेन के नीचे आ गया और गर्दन कटने से उसकी मौत हो गई। बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
सिपाही अरविंद की पत्नी को एक महीने पहले ही बेटा हुआ था। करीब 15 दिन की छुट्टी काटने के बाद उसे हाल ही में ज्वानिंग दी थी। आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक, गुरुवार की सुबह अरविंद ने अपने सहकर्मियों के साथ नाश्ता किया और खुशी-खुशी डयूटी के लिए निकला।

इस बारे में अरविंद तोमर के सहकर्मियों से भी अधिकारियों ने जानकारी ली है। सभी का कहना था कि हरिद्वार ट्रांसफर होने से अरविंद काफी खुश था। बेटा पैदा होने के बाद से घर में खुशी का माहौल था। लेकिन घटना से पूरे आरपीएफ में गम की लहर दौड़ गई। परिवार में कोहराम मच गया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर वीएस रावत ने बताया कि अरविंद की डयूटी प्लेटफार्म पर थी। सीसीटीवी कैमरे में वह ट्रेन में चेकिंग के लिए चढ़ता दिखाई दे रहा है। जीआरपी पूरे मामले की जांच कर रही है।
हादसा या आत्महत्या, विस्तृत जांच जरूरी
आरपीएफ सिपाही अरविंद तोमर की मौत जिन परिस्थितियों में हुई है, वह हादसा है या आत्महत्या, इसकी विस्तृत जांच होनी जरूरी है। यह बात सही है कि कोई व्यक्ति अपनी पत्नी बच्चों के पास ट्रांसफर होकर आने के बाद ऐसा कदम क्यों उठाएगा।
कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा है। वहीं, सहकर्मियों से भी कोई नकारात्मक बात नहीं की। लेकिन गर्दन कटकर धड़ से अलग होने को सीधे तौर पर हादसा भी नहीं माना जा सका है। इसलिए पूरे मामले की विस्तृत जांच के बाद ही मौत का सच सामने आ सकता है।

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