Rishikesh: ऋषिकेश घूमने आए आठ लोग गंगा व चीला नहर में डूबे, दो की मौत; तलाशी अभियान जारी
एसडीआरएफ की टीम ने चार छात्रों को बचा लिया जबकि अभिषेक (20) निवासी गली नंबर 10 श्री राम कालोनी निलोठी नागलेई (नई दिल्ली) गोताखोरों को गंगा के भीतर करीब 20 फीट की गहराई में मिला। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

ऋषिकेश, जागरण संवाददाता। सैर-सपाटा करने ऋषिकेश आए पर्यटकों को गंगा और चीला शक्ति नहर में स्नान करना भारी पड़ गया। दिल्ली स्थित आइटीआइ के पांच छात्रों सहित आठ पर्यटक डूब गए। इनमें चार छात्रों को एसडीआरएफ ने बचा लिया। जबकि, एक छात्र और दिल्ली निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई। दिल्ली और महाराष्ट्र के दो पर्यटक लापता हैं। पुलिस और एसडीआरएफ उनकी तलाश में जुटी है।
लक्ष्मणझूला थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद गुसाईं ने बताया कि रविवार को दिल्ली निवासी पांच दोस्त कार से ऋषिकेश घूमने आए थे। सुबह करीब 11 बजे वह बैराज-चीला मोटर मार्ग पर कुनाऊं पुलिया के समीप पहुंचे और चीला शक्ति नहर में नहाने के लिए उतर गए। इस दौरान चंद्रशेखर (42) निवासी विजय एनक्लेव, पालम, साउथ दिल्ली और अनिल (30) निवासी पटेल नगर दिल्ली नहर में बहने लगे।
पुलिस ने स्थानीय नागरिकों की मदद से चंद्रशेखर को नहर से निकाला, जबकि अनिल आंखों से ओझल हो गए। चंद्रशेखर को एम्स ऋषिकेश में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। चंद्रशेखर दिल्ली स्थित निजी कंपनी मिस्टर कार नारायण में वाहन चालक थे और अनिल सुपरवाइजर।
इधर, ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्रह्मपुरी में श्रीराम तपस्थली आश्रम के समीप शेखर बारस्कर (42) निवासी रामटेक, नागपुर (महाराष्ट्र) गंगा में नहाते समय डूब गए। वह नदी को तैर कर पार करने का प्रयास कर रहे थे। जल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने काफी देर तक उनकी तलाश की, मगर कुछ पता नहीं चला।
शेखर अपने 10 साथियों के साथ शनिवार को मसूरी घूमने के बाद श्रीराम तपस्थली आश्रम पहुंचे थे। उनके साथियों ने बताया कि रविवार सुबह शेखर जल्दी उठ गए और गंगा नहाने चले गए। वह रामटेक महाराष्ट्र स्थित एक आश्रम में सेवा देते थे। नई दिल्ली में जेल रोड हरी नगर स्थित आइटीआइ से पढ़ाई कर रहे छह दोस्त ऋषिकेश घूमने आए थे।
त्रिवेणी घाट चौकी प्रभारी उप निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे यह दल त्रिवेणी घाट के समीप स्थित मायाकुंड नावघाट पहुंचा। दल में शामिल प्रतीक निवासी कैंट (दिल्ली) गंगा में नहाते समय डूबने लगा। उसे बचाने के लिए उसके दोस्त अभिषेक, शिवा, विशाल, शिवम भी गंगा में कूद गए। किसी को भी तैरना नहीं आता था। उस समय एसडीआरएफ की एक टीम ब्रह्मपुरी में डूबे महाराष्ट्र निवासी शेखर की तलाश में जुटी थी।
इस टीम ने चार छात्रों को बचा लिया, जबकि अभिषेक (20) निवासी गली नंबर 10, श्री राम कालोनी, निलोठी नागलेई (नई दिल्ली) गोताखोरों को गंगा के भीतर करीब 20 फीट की गहराई में मिला। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। दल में शामिल एक छात्र सौरभ किनारे पर बैठा हुआ था। उसी ने त्रिवेणी घाट पुलिस चौकी को सूचना दी।
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