हरिद्वार में मकान बेचने के नाम पर धोखाधड़ी, महिला सहित तीन पर केस
ज्वालापुर में एक महिला समेत तीन लोगों पर मकान बेचने के नाम पर सात लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। पीड़िता विजय लक्ष्मी ने बताया कि उसने पिंकी चौहान से एक मकान खरीदा था जो पहले से ही न्यायालय में विवादित था। न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। ज्वालापुर क्षेत्र में मकान बेचने के नाम पर सात लाख रुपये की धोखाधड़ी कर दी गई है। पीड़िता ने कोर्ट की मदद से ज्वालापुर कोतवाली में एक महिला सहित तीन आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक, विजय लक्ष्मी निवासी शारदानगर ज्वालापुर हाल निवासी राजविहार फेस-1, जगजीतपुर ने तहरीर देकर बताया कि उन्होंने 13 दिसंबर 2018 को पिंकी चौहान से सात लाख छह हजार रुपये में मकान खरीदा था। यह मकान जगजीतपुर क्षेत्र में स्थित है।
रजिस्ट्री हरिद्वार के सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में कराई गई और उसी दिन से वह मकान में रहने भी लगीं। आरोप है कि विक्रेता पिंकी चौहान ने यह तथ्य छुपा लिया था कि मकान पहले से ही न्यायालय में विवादित है।
बाद में 26 अक्तूबर 2024 को जब रेखा अग्रवाल अपने परिवार के साथ अमीन के साथ मौके पर पहुंचीं तो असलियत सामने आई। अग्रवाल परिवार ने दस्तावेज दिखाते हुए बताया कि मकान वास्तव में उनके पति का है और इस संबंध में न्यायालय में वाद भी चल रहा है।
दरअसल, मकान की बिक्री पहले नवीन कुमार से काली प्रसाद, फिर काली प्रसाद से पिंकी चौहान और उसके बाद विजय लक्ष्मी तक पहुंची। जबकि न्यायालय ने पहले ही 2016 में विक्रय पत्र निरस्त कर दिए थे। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
शिविर में ऊर्जा निगम ने की दो लाख की वसूली
मोहल्ला घोसियान (रामलीला ग्राउंड) में सोमवार को विद्युत विभाग की ओर से शिविर लगाया गया। टीम ने विभिन्न क्षेत्रों में अभियान चलाकर बकायेदारों के कनेक्शन काटने के साथ बकाया वसूली की।
एसडीओ अर्चना और जेई मुकेश रवि ने बताया कि शिविर में करीब दो लाख रुपए राजस्व वसूल किया गया। उन्होंने उपभोक्ताओं से समय से विद्युत बिल जमा कराने की अपील की। लाइनमैन श्रवण कुमार गिरी, फरमान राव, सुशील कुमार, अतुल कुमार सहित विभागीय स्टाफ मौजूद रहा।
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