हरिद्वार: RTI कार्यकर्ता लांबा की गैर इरादतन हत्या में नाबालिग बहनों सहित चार गिरफ्तार
RTI Activist Death Case आरटीआइ कार्यकर्ता पंकज लांबा की गोली लगने से मौत मामले में पुलिस ने उनके दोनों दोस्तों और पार्टी में शामिल रही नाबालिग बहनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की छानबीन में भी नाबालिग लड़की के हाथ से गोली चलने की बात सामने आई है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। RTI Activist Death Case पार्टी के दौरान गोली लगने से आरटीआइ कार्यकर्त्ता पंकज लांबा की मौत के मामले में आखिरकार पुलिस ने उनके दोनों दोस्तों और पार्टी में शामिल रही नाबालिग बहनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की छानबीन में भी नाबालिग लड़की के हाथ से गोली चलने की बात सामने आई है। इसलिए पुलिस ने गैर इरादतन हत्या में गोलीकांड का पटाक्षेप करते हुए दो बहनों सहित तीनों नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड और एक आरोपित को कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की वर्ष 2013 में सबसे पहले शिकायत करने वाले मेरठ के थाना दौराला गांव मछरी निवासी आरटीआइ कार्यकर्त्ता पंकज लांबा बीते चार दिसंबर की रात सुमनगर नगर कॉलोनी में एक घर में पार्टी कर रहे थे। उसी दौरान लांबा की लाइसेंसी पिस्टल से संदिग्ध परिस्थितियों में गोली चलने से उनकी मौत हो गई थी। पार्टी में मौजूद दोनों दोस्तों व दो नाबालिग बहनों का कहना था कि एक किशोरी के हाथ से अचानक गोली चली है। इसलिए पूरे मामले को हादसा बताया गया। वहीं, पंकज लांबा की पत्नी ज्योति ने दोस्तों पर साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाते हुए रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने पंकज लांबा की लाइसेंसी पिस्टल व रायफल को बैलेस्टिक जांच के लिए भेजा। कॉल डिटेल खंगालने से लेकर दोनों दोस्तों व किशोरियों के बयान दर्ज किए। साथ ही परिचितों से भी पूछताछ की। पुलिस ने छात्रवृत्ति घोटाले की शिकायत को ध्यान में रखते हुए साजिश के एंगल को भी गंभीरता से देखा। जिसके बाद पुलिस की जांच भी इसी नतीजे पर पहुंची कि पार्टी के दौरान किशोरी ने देखने के लिए पंकज की पिस्टल मांगी और ट्रिगर दबने पर गोली निकलकर पंकज की गर्दन में जा लगी।
इसलिए पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला मानते हुए पंकज लांबा के दोस्त कासिम निवासी गढ़मीरपुर रानीपुर व एक अन्य नाबालिग दोस्त और दोनों नाबालिग बहनों को गिरफ्तार कर लिया। रानीपुर कोतवाली प्रभारी योगेश सिंह देव ने बताया कि आरोपित कासिम को जिला कारागार और नाबालिग आरोपित को राजकीय बालक संप्रेक्षण गृह रोशनाबाद भेजा गया है। जबकि दोनों नाबालिग बहनों को बालिका संप्रेक्षण गृह देहरादून भेजा गया है।
लांबा ने मौत से पहले खुशी में दी थी पार्टी
रानीपुर कोतवाल योगेश सिंह देव ने बताया कि सुमननगर में पंकज लांबा अपना घर बनवा रहे थे। घर की बुनियाद का काम पूरा होने पर मिस्त्री मजदूरों को उन्होंने खुशी में पार्टी दी थी। इसके लिए निर्माणाधीन मकान के पास ही चिकन बनाया गया। खाने पीने के बाद गढ़मीरपुर निवासी ठेकेदार इदरीस व मजदूर इमरान और शब्बू घर चले गए। पंकज लांबा और उनके मकान में भराव का काम करने वाले ठेकेदार कासिम व लांबा एक नाबालिग दोस्त के साथ निर्माणाधीन मकान का मुआयना करने लगे। उसी दौरान नाबालिग दोस्त के मोबाइल पर उसकी दोस्त का फोन आने पर तीनों लोग नाबालिग बहनों के घर विद्या कॉलोनी जा पहुंचे। वहां पहुचंकर एक बार फिर पार्टी का दौर शुरू हो गया। पंकज के कहने पर ही कासिम व नाबालिग दोस्त उनके घर से और चिकन लेकर आए। रात करीब डेढ़ बजे किशोरी के हाथ से गोली चल गई। खुशी का माहौल अचानक तनाव में बदल गया।
पुलिस चौकी पर जमा कराए असलहे
पंकज लांबा को अस्पताल लेकर जाने से पहले ठेकेदार कासिम ने एक चेतक सिपाही को पूरे मामले की सूचना दी। सिपाही ने उन्हें सुमननगर पुलिस चौकी बुलाया। पंकज के दोनों असलहे उन्होंने पुलिस चौकी पर जमा करा दिए। इसके बाद दो सिपाही पंकज लांबा को उनके दोस्तों के साथ जिला अस्पताल लेकर पहुंचा। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार गर्दन में गोली लगने के बाद रीढ़ की हड्डी के बगल से गोली बाहर निकली है। उसी दौरान मौके पर ही पंकज की मौत हो गई।
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