Pod Taxi: हरिद्वार में दौड़ेंगी 500 पॉड टैक्सी, रोज सवा लाख यात्री करेंगे सैर; पढ़ें कब पूरा होगा प्रोजेक्ट?
Pod Taxi प्रदेश सरकार की ओर से हरिद्वार दर्शन के नाम से प्रस्तावित इस योजना में एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने-जाने के लिए यात्री पॉड टैक्सी का प्रयोग कर सकेंगे। परियोजना को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: Pod Taxi in Haridwar: धर्मनगरी में तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के आवागमन को आरामदायक, वातानुकूलित सुविधापूर्ण और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से पीआरटी सिस्टम स्थापित किए जाने की दिशा में उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन की ओर से जोर-शोर से कार्य किया जा रहा है।
एक पॉड टैक्सी में यात्रा कर सकेंगे छह यात्री
- प्रदेश सरकार की ओर से हरिद्वार दर्शन के नाम से प्रस्तावित इस योजना में एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने-जाने के लिए यात्री पॉड टैक्सी का प्रयोग कर सकेंगे।
- हरित पर्यावरण के अनुरूप और अत्याधुनिक पॉड टैक्सी एक स्वचालित सेवा होगी।
- छह यात्री तक एक पॉड टैक्सी में यात्रा कर सकेंगे।
- उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी जितेंद्र त्यागी ने बताया कि पॉड टैक्सी मात्र 600-800 एमएम की गोलाई वाले खंभों के ऊपर एलिवेटेड मार्ग पर चलेगी।
- इसके रुकने के स्टेशन भी एलिवेटेड होंगे।
- इस योजना को इस प्रकार डिजायन किया गया है कि हरिद्वार शहर के मूलरूप को कोई नुकसान नहीं पहुंचे और यात्रियों के लिए सुगम यातायात का साधन उपलब्ध हो सके।
- पॉड टैक्सी की अधिकतम गति 90 किमी प्रति घंटा तथा औसत गति 40 से 60 किमी प्रतिघंटा रहेगी।
- छह यात्री क्षमता वाली करीब 500 पॉड टैक्सी प्रतिदिन एक लाख 25 हजार यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने के लिए सुगम यात्रा का साधन बनेगी।
- परियोजना को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हरिद्वार दर्शन योजना में कुल 20.74 किमी लंबे मार्ग के चार रूट पर पाड टैक्सी का संचालन होगा।
प्रस्तावित कारिडोर
- कारिडोर -पीआरटी कारिडोर मार्ग की लंबाई -स्टेशनों की संख्या
- कारिडोर 1 -सीतापुर भारत माता मंदिर 14.55-किमी 14
- कारिडोर 2 -सिटी हास्पिटल से दक्ष मंदिर 3.1 किमी - 04
- कारिडोर 3 -वाल्मीकि चौक से ललतारो पुल 0.69 किमी- 01
- कारिडोर 4 -गणेशपुरम से डीएवी स्कूल 2.4 किमी -02
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।