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    मोदी बोले, सवा सौ करोड़ लोग संकल्‍प लें 'मैं गंदगी नहीं करुंगा'

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Thu, 04 May 2017 05:00 AM (IST)

    हरिद्वार जिले में स्थित पतंजलि अनुसंधान संस्थान व हर्बल पार्क के उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि सवा सौ करोड़ लोग संकल्‍प लें 'मैं गंदगी नहीं करुंगा'।

    मोदी बोले, सवा सौ करोड़ लोग संकल्‍प लें 'मैं गंदगी नहीं करुंगा'

    हरिद्वार, [जेएनएन]: पतंजलि योगपीठ में बने पतंजलि अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत मिशन को सफल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 'जितने मरीजों को चिकित्सक उपचार से ठीक करते हैं, उससे कहीं ज्यादा लोग साफ-सफाई रखकर स्वस्थ रहेंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि सवा सौ करोड़ देशवासी संकल्प ले लें कि 'मैं गंदगी नहीं करुंगा तो देश की तस्वीर बदल जाएगी।' इस अवसर पर योग गुरु बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री को राष्ट्र ऋषि की उपाधि दी।

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    बुधवार को केदारनाथ से लौटने के बाद प्रधानमंत्री सीधे हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आयुर्वेद पर शोध के लिए स्थापित संस्थान की प्रयोगशालाओं और हर्बल पार्क का निरीक्षण किया। बाबा रामदेव के प्रयासों की सराहना करते हुए अतीत को याद कर कहा कि हजारों साल से आयुर्वेद उपचार की श्रेष्ठ पद्धति थी, लेकिन गुलामी के दौर में इसकी महत्ता को कम करने के प्रयास किए गए। 

    पूर्व सरकारों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि आजाद भारत में भी इस दिशा में कम ही प्रयास किए गए, लेकिन बाबा रामदेव ने आयुर्वेद व योग को दुनिया में आंदोलन बना दिया। आधुनिक दौर की जरूरतों का एहसास कराते हुए मोदी ने कहा कि यह पैकेजिंग का दौर हैं। अब लोगों के पास जड़ी-बूटियों के सीधे इस्तेमाल के लिए समय नहीं है। ऐसे में उन्हें पैक्ड दवा चाहिए। कहा कि बाबा रामदेव ने दुनिया में आयुर्वेद की वैज्ञानिकता को प्रमाणिक बनाने में योगदान दिया है। राष्ट्र ऋषि की उपाधि मिलने पर उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने उन्हें सरप्राइज दिया।

    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री को पतंजलि अनुसंधान संस्थान के उद्देश्य से अवगत कराया। कहा कि वह ऋषि परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां जड़ी-बूटियों के जरिये जटिल रोगों के निदान पर शोध किया जाएगा। इसके लिए अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। संस्थान की स्थापना का उद्देश्य आयुर्वेद में शोध को बढ़ावा देना है। 

    कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में वह दिन भी आएगा जब पतंजलि योगपीठ देश को नोबेल पुरस्कार दिलवाएगा।  इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने आचार्य बालकृष्ण द्वारा रचित वल्र्ड हर्बल इनसाइक्लोपीडिया पुस्तक का विमोचन भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और आचार्य बालकृष्ण ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल केके पाल समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे। 

    बाबा की बूटी बालकृष्ण से अच्छी

    प्रधानमंत्री ने कहा कि आचार्य बालकृष्ण की जड़ी-बूटियां शरीर को स्वस्थ बनाती हैं, लेकिन बाबा की बूटी (योग) तन और मन दोनों को स्वस्थ रखती है। उन्होंने  बाबा के संकल्प और समर्पण की भी सराहना की। 

    योग दिवस पर अहमदाबाद में जुटेंगे पांच लाख लोग

    कार्यक्रम मे बाबा रामदेव ने जानकारी दी कि 21 जून को विश्व योग दिवस पर पांच लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे। उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ साल के 365 दिन योग शिविर चलाएगा। बाबा ने भविष्य की योजनाओं का खाका प्रस्तुत करते हुए कहा कि देश के हर जिले में आचार्य कुलम स्थापित किया जाएगा। 

      

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