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    किताबों की सूची भेजकर दुकानदार का दिया फोन नंबर

    लॉकडाउन से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। लोगों को तमाम तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 20 Apr 2020 03:55 PM (IST)
    किताबों की सूची भेजकर दुकानदार का दिया फोन नंबर

    संवाद सहयोगी, रुड़की: लॉकडाउन से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। लोगों को तमाम तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में कुछ पब्लिक स्कूलों ने अभिभावकों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। स्कूलों ने वाट्सएप के माध्यम से किताबों की सूची अभिभावकों को भेज दी है। साथ ही किताब किस दुकान से खरीदी जानी है। इसके लिए दुकानदार का नाम व फोन नंबर तक भी सूची में दर्ज है। दुकानदार अपने घर से ही किताबें बेच रहा है। बड़ी बात यह है कि पुलिस प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

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    शहर का एक पब्लिक स्कूल मनमानी पर उतारू हैं। लॉकडाउन में जहां एक ओर घर से बाहर निकलने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। वहीं एक पब्लिक स्कूल ने बच्चों के अभिभावकों के मोबाइल पर किताबों की सूची भेज दी है। यह सभी किताबें निजी प्रकाशकों की हैं। जबकि स्कूलों के लिए एनसीईआरटी की किताबें ही अनिवार्य की गई हैं। अभिभावकों ने बताया कि सूची में सभी किताबें निजी प्रकाशकों की हैं। प्राइमरी कक्षा का यह कोर्स करीब पांच हजार रुपये में हैं। स्कूल ने किताबों की सूची के साथ ही किताब विक्रेता का नाम व फोन नंबर भी दिया है। किताब विक्रेता अपने घर बुलाकर किताबें बेच रहा है। उसके घर पर अभिभावकों की भीड़ लग रही है। जिसमें शारीरिक दूरी का भी उल्लंघन हो रहा है। यह दुकान सिविल लाइंस क्षेत्र में हैं। दुकान स्वामी का घर भी दुकान के समीप ही है। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अभिभावकों को कोई भी विद्यालय किताब खरीदने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है। अभिभावकों को चाहिए कि वह इसकी शिकायत सीधे उनसे करें। वह स्वयं ही इस मामले की जांच करेंगे।