किसान संगठनों ने मुजफ्फरनगर महापंचायत के लिए किया कूच, बोले- सरकार से लड़ी जाएगी आरपार की लड़ाई
मुजफ्फरनगर में बुलाई गई महापंचायत में शामिल होने को हरिद्वार जिले से बड़ी संख्या में किसानों ने मुजफ्फरनगर के लिए कूच किया। इस आंदोलन में भारतीय किसान यूनियन भारतीय किसान यूनियन रोड गुट उत्तराखंड किसान मोर्चा समेत कई किसान संगठनों के पदाधिकारी अलग-अलग स्थानों से जत्था के साथ रवाना हुए।

जागरण संवाददाता, रुड़की। Kisan Mahapanchayat संयुक्त किसान मोर्चा की मुजफ्फरनगर में आयोजित महापंचायत में शामिल होने के लिए जिले से करीब तीन हजार किसान पहुंचे। इससे पहले किसानों ने बैठक की। साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया है।
रविवार को भाकियू रोड गुट के कार्यकत्र्ता प्रशासनिक भवन में एकत्र हुए। इस मौके पर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष पदम ङ्क्षसह रोड ने कहा कि सरकार पूरी तरह से मनमानी पर उतर आई है। लगातार किसानों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। किसान को उसकी फसल का वाजिब दाम नहीं दिया जा रहा है। किसान यदि आवाज उठा रहा है तो उसको दबाने का काम किया जा रहा है। इसलिए अब सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष नाजिम अली, जिला उपाध्यक्ष मुबारिक, युवा विंं के जिलाध्यक्ष संजीव कुशवाह आदि मौजूद रहे।
.jpg)
वहीं नारसन बार्डर से भी भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री, अरविन्द राठी आदि के नेतृत्व में कार्यकत्र्ता मुजफ्फरनगर कूच गए। वहीं उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड के नेतृत्व में भी एक जत्था मुजफ्फरनगर की महापंचायत में पहुंचा है।
वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा पुख्ता इंतजाम किए गए। विभिन्न स्थानों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। किसानों की वापसी तक पुलिसकर्मियों की नारसन बार्डर एवं अन्य संवेदनशील प्वाइंटों पर तैनाती रही।
कैंप में विभिन्न योजनाओं के लिए 75 दिव्यांगजनों ने करवाया रजिस्ट्रेशन
पथरी क्षेत्र के फेरुपुर गांव स्थित निर्भय फार्म हाउस में रविवार को जनहित दिव्यांग सेवा समिति हरिद्वार की ओर से कैंप लगाया गया। जिसमें दिव्यांगजनों को उनके अधिकार बताते हुए यात्रा कार्ड, विकलांग प्रमाण पत्र, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन आदि के आवदेन लिए गए। 75 से अधिक दिव्यांगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया।
समिति के अध्यक्ष सुंदरलाल गौतम ने कहा किसंस्था कैंप लगाकर दिव्यांगजनों को उनसे जुड़ी सरकार की योजनाओं की जानकारी देती है। समाज कल्याण विभाग के माध्यम से उन्हें उपकरण और यंत्र प्रदान किए जाते हैं। उपाध्यक्ष लखन ने कहा कि दिव्यांगों को असहाय नहीं समझना चाहिए। सरकार व समाज को भी दिव्यांगजनों को प्रोत्साहित करना चाहिए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।