Kanwar Yatra: बड़ी कांवड़ के माध्यम से युवा कर रहे धर्म जागरण, 150 किमी पदयात्रा कर उठाया गंगाजल
इस श्रावण मास में अंबाला से 150 किमी पैदल चलकर युवाओं का एक समूह कांवड़ लेकर हरिद्वार पहुंचा। उनका उद्देश्य धर्म के वास्तविक स्वरूप को फैलाना और अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना है। समिति के अध्यक्ष अनुज सैनी ने बताया कि वे 10 वर्षों से धर्म प्रचार कर रहे हैं और तीन लाख से अधिक लोगों तक संदेश पहुंचा चुके हैं। युवाओं ने धर्म को जीवन जीने की पद्धति बताया।

संवाद सहयोगी जागरण, रुड़की। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में इस बार एक अलग ही स्वरूप देखने को मिला, अंबाला से 150 किलोमीटर पैदल यात्रा कर ''बड़ी कांवड़'' के माध्यम से युवाओं का एक जत्था हरिद्वार पहुंचा और गंगाजल उठाया। इस टोली की खासियत यह रही कि इनका उद्देश्य सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि धर्म के वास्तविक स्वरूप को जन-जन तक पहुंचाना और अंधविश्वास के खिलाफ जनजागरूकता फैलाना और गांव में शांति समृद्धि रहे।
गुरूवार को अंबाला कैंट हरियाणा निवासी ग्राम सरसेहेड़ी शिव मंदिर कमेटी का जत्था हरिद्वार से जल लेकर रुड़की के नगला इमरती मार्ग से गुजरी, तो स्थानीय नागरिकों ने श्रद्धा और उत्साह से पुष्पवर्षा कर जत्थे का स्वागत किया। कमेटी के अध्यक्ष अनुज सैनी ने बताया कि वे पिछले 10 वर्षों से लगातार कांवड़` यात्रा मार्ग पर धर्म प्रचार कर रहे हैं। अब तक तीन लाख से अधिक लोगों तक धर्म का सच्चा संदेश पहुंचा चुके हैं।
इस टोली में शामिल साहिल, राहुल सैनी, नवनीत, भोला , कमल सैनी , मनप्रीत उर्फ लाख्खा अन्य युवाओं का कहना है कि "धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की पद्धति है, जिसमें सेवा, संयम और सच्चाई शामिल हैं।
यात्रा के दौरान जहां कहीं भी यह टोली रुकती है, वहां धार्मिक संवाद के माध्यम से प्रश्नोत्तर, बच्चों को नैतिक शिक्षा और युवाओं को अंधविश्वास से मुक्त सोच की दिशा में प्रेरित किया जाता है। उन्होने बताया कि बड़ी कांवड़ के माध्यम से लोगों का ध्यान आकर्षित होता है। जहां वह एक चलता-फिरता धार्मिक जागरण मंच बन चुकी है।
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