Kanwar Yatra 2025: डीजे कंपटीशन रोकना पुलिस की बड़ी चुनौती, पहले दिन से नकेल
कांवड़ मेले में डीजे प्रतिस्पर्धा को रोकना पुलिस के लिए चुनौती है। पिछले साल बहादराबाद में डीजे कंपटीशन के दौरान बवाल हुआ था जिसके बाद पुलिस इस बार पहले दिन से ही सख्ती बरतने की तैयारी में है। सीमाओं पर निगरानी रखी जा रही है और इंटरनेट मीडिया पर भी नजर है। डीजे से जाम और ध्वनि प्रदूषण की समस्या होती है इसलिए पुलिस प्रतिस्पर्धा रोकने के लिए तैयार है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। कांवड़ मेले में डीजे का कंपटीशन रोकना इस बार भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पिछले साल बहादराबाद में टोल प्लाजा पर डीजे कंपटीशन के दौरान हुए बवाल को देखते हुए पुलिस इस बार पहले दिन से नकेल कसने की तैयारी में है।
पिछले साल कांवड़ मेले के दौरान बहादराबाद में अलग-अलग राज्यों के दो विशालकाय डीजे के बीच कंपटीशन होने पर बवाल हो गया था। दो गुटों के आमने-सामने आने के बाद पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी थी। पथराव और हंगामे के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। इस बार हरिद्वार पुलिस ऐसी किसी स्थिति से पहले ही निपटने की रणनीति पर काम कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि जिले की सीमाओं पर विशेष निगरानी की जा रही है। ताकि भारी डीजे सिस्टम लेकर प्रवेश करने वाले वाहनों को वहीं रोका जा सके। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी नजर रखी जा रही है। यदि किसी तरह के डीजे कंपटीशन या प्रदर्शन की सूचना या पोस्ट सामने आती है, तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
डीजे कंपटीशन के चलते सड़कों पर जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे न केवल आमजन बल्कि एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित होती हैं। इसके साथ ही तेज आवाज के चलते श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को परेशानी होती है।
इस संबंध में सभी थाना प्रभारियों और कांवड़ मेला डयूटी में तैनात अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रूप से बड़े डीजे को लेकर निगरानी करें। मानक से ज्यादा बड़ा डीजे नजर आने पर उसे उतरवाएं। कंपटीशन बिल्कुल न होने दें।
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