पंचक खत्म होने पर Kanwar Mela का दूसरा पड़ाव शुरू, सावधान! हरिद्वार में इन वाहनों की नो एंट्री
धर्मनगरी हरिद्वार में श्रावण मास के कांवड़ मेले का दूसरा चरण शुरू हो गया है। पंचक खत्म होते ही डाक कांवड़ यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। गंगा घाट बोल बम के नारों से गूंज रहे हैं। सुरक्षा को देखते हुए जिले में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। पुलिस ने रूट डायवर्जन किया है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। पंचक खत्म होने पर श्रावण मास कांवड़ मेले का दूसरा पड़ाव शुक्रवार से शुरू हो गया। डाक कांवड़ के वाहनों का रैला हरिद्वार में जुटने लगा। हरकी पैड़ी के गंगा घाटों पर शिवभक्त ही शिवभक्त नजर आ रहे हैं।
हर तरफ बोल बम, बम-बम के जयकारे गूंज रहे हैं। पूर्व घोषित यातायात प्लान के तहत जिले में भारी वाहनों का आगमन प्रतिबंधित करते हुए पुलिस ने उन्हें सीमाओं पर ही रोक दिया है। अगले चार दिन पुलिस प्रशासन के लिए अग्नि-परीक्षा से कम नहीं हैं।
11 जुलाई से शुरू हुआ मेला
श्रावण मास कांवड़ मेला 11 जुलाई से शुरू हुआ। मेला शुरू होते ही तीसरे दिन पंचक लगने से कांवड़ यात्रियों की संख्या कम रही। हालांकि, इसके बावजूद अभी तक करीब दो करोड़ श्रद्धालु हरिद्वार से कांवड़ लेकर रवाना हो चुके हैं। शुक्रवार को पंचक खत्म होने पर कांवड़ मेले का दूसरा चरण शुरू हो गया और धर्मनगरी में भगवा रंग में रंगने लगी। हरकी पैड़ी के गंगा घाट श्रद्धालुओं से लबालब भरे हुए हैं। गुरुवार रात से ही डाक कांवड़ के वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ने लगी।
दोपहिया वाहनों पर सवार करीब पांच लाख श्रद्धालु शाम तक हरिद्वार पहुच गए। डाक कांवड़ के बड़े वाहन भी डेढ़ लाख से अधिक संख्या में हरिद्वार पहुंचे हैं। अगले चार दिनों में दुपहिया और चौपहिया वाहनों में डाक कांवड़ के रूप में लगभग तीन करोड़ श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है। इसलिए यातायात प्लान का दूसरा चरण लागू करते हुए भारी वाहन जिले में प्रतिबंधित कर दिए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि शुक्रवार को कांवड़ यात्रियों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। इनमें अधिकांश डाक कावड़ लेकर हरिद्वार पहुंचे हैं। रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। दिल्ली मेरठ की ओर से आने वाले डाक कावड़ के वाहन मंगलौर से लक्सर होते हुए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। जबकि हरियाणा पंजाब के कावड़ यात्री भगवानपुर से इमलीखेड़ा बहादराबाद होकर हरिद्वार आ रहे हैं। सबसे बड़ी बैरागी कैंप पार्किंग में अधिकांश वाहन खड़े कराए जा रहे हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रियों से रूट डायवर्जन का पालन करने की अपील की है।
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