Updated: Sat, 04 Oct 2025 01:45 PM (IST)
उत्तराखंड में जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा शुरू हो गई है जिसका उद्देश्य पौराणिक तीर्थों का जीर्णोद्धार करना है। महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने माया देवी मंदिर में पूजा की। इस यात्रा का लक्ष्य पर्यटन को बढ़ावा देना और युवाओं को रोजगार देना है। यात्रा ऋषिकेश पहुंची जहाँ संतों और भक्तों ने भव्य स्वागत किया। यात्रा पलायन रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाएगी और शनिवार को चारधाम की ओर प्रस्थान करेगी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार । पौराणिक तीर्थों की पुनर्स्थापना और जीर्णोद्धार के उद्देश्य से शुरू हुई श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा शुक्रवार को अपने पहले पड़ाव ऋषिकेश पहुंच गई। उत्तराखंड भ्रमण पर निकली इस यात्रा के शुभारंभ पर श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर श्रीमहंत अवधेशानंद गिरि ने माया देवी मंदिर और आनंद भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना की।
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अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य राज्य के प्रत्येक क्षेत्र का विकास व उपेक्षित तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार कर पर्यटन को बढ़ावा देना, युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। छड़ी यात्रा जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि और हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीमहंत वीरेंद्र आनंद गिरि की अध्यक्षता व मार्गदर्शन में निकाली जा रही है।
श्रीमहंत हरि गिरि ने कहा कि उत्तराखंड की सुख-समृद्धि, सीमांत क्षेत्रों के विकास और पलायन पर रोक लगाने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान व सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की स्थापना आवश्यक है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह यात्रा की जा रही है। श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि उत्तराखंड में विकास की गंगा तभी बहेगी, जब यहां से होने वाले पलायन पर अंकुश लगेगा। पवित्र छड़ी यात्रा जनता और सरकार दोनों को जागरूक करेगी।
महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद गिरि ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य उपेक्षित पौराणिक तीर्थों का पुनर्स्थापन और जीर्णोद्धार कर दूरस्थ क्षेत्रों के समुचित विकास का मार्ग प्रशस्त करना है। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि श्रीमहंत हरि गिरि ने ‘सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयाः’ की भावना के साथ इस पवित्र छड़ी यात्रा को पुनः प्रारंभ कराया है।
माया देवी मंदिर से रवाना होने के बाद यात्रा का गोकर्ण आश्रम, भल्ला गिरि आश्रम और स्वतंत्र पुरी आश्रम में स्वागत हुआ। शाम को ऋषिकेश पहुंची छड़ी यात्रा का संत व भक्तों ने तारा देवी मंदिर, त्रिवेणी घाट, दुर्गा मंदिर, दत्तात्रेय मंदिर, मायाकुंड व भरत मंदिर में भव्य स्वागत किया। छड़ी यात्रा में लगभग सौ नागा संन्यासियों का जत्था शामिल है।
इस अवसर पर जूना अखाड़े के महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमहंत केदार पुरी, दिल्ली संत महामंडल के संगठन मंत्री श्रीमहंत कंचन गिरि, श्रीमहंत महाकाल गिरि, जूना अखाड़ा माईबाड़ा की राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत अन्नपूर्णा पुरी, महामंडलेश्वर ललित आनंद गिरि, श्रीमहंत आदित्य गिरि, श्रीमहंत पशुपति गिरि आदि ने भाग लिया। शनिवार को छड़ी यात्रा लाखामंडल होते हुए चारधाम की ओर प्रस्थान करेगी।
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