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    धर्म संसद मामले में जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी दोष मुक्त, बोले- 'वक्फ बोर्ड आतंकी गतिविधियों का अड्डा'

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 05:11 PM (IST)

    हरिद्वार धर्म संसद मामले में जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत ने दोषमुक्त कर दिया है। उन पर धर्म संसद में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप था। अदालत ने साक्ष्यों और गवाहों के आधार पर उन्हें संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। त्यागी ने वक्फ बोर्ड को आतंकवाद का अड्डा बताते हुए उसे खत्म करने की मांग की है।

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    Jitendra Tyagi : धर्म संसद मामले में जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी दोष मुक्त. File Photo

    संवाद सहयोगी, हरिद्वार।  Jitendra Tyagi : उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को हरिद्वार में हुई धर्म संसद में अभद्र व आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपों से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने दोष मुक्त कर दिया है।

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    अभियोजन पक्ष के अनुसार वर्ष 2021 में 17 से 19 दिसंबर के बीच हरिद्वार में हुई धर्मसंसद में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का आरोप लगाया गया था।

    मामले की विवेचना के बाद पुलिस ने दो जनवरी 2022 को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने धन्य धाराओं आरोप पत्र न्यायालय दाखिल किया था।

    मामले में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को काफी समय बाद न्यायालय से जमानत मिली थी। मुकदमे में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से 10 गवाह पेश किए गए। न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनने व साक्ष्यों के आधार पर जितेंद्र नारायण सिंह उर्फ वसीम रिजवी को संदेह का लाभ देते हुए दोष मुक्त कर दिया है।

    वक्फ बोर्ड आतंकी गतिविधियों का अड्डा- जितेंद्र नारायण

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार : उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे और अब सनातन धर्म को आत्मसात कर चुके जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी हेट स्पीच मामले में बरी होने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने वक्फ बोर्ड को आतंक का अड्डा बताते हुए इसे तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की पुरजोर मांग की। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से लाए गए वक्फ बिल संशोधन की सराहना करते हुए कहा कि यह कानून अच्छा है, किंतु अभी और अधिक कठोर होना चाहिए।

    जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों की आड़ में आतंकी मानसिकता को पोषित किया जा रहा है और यह संस्थान देश में जेहादी नेटवर्क का संचालन कर रहा है। सनातन धर्म अपनाने की अपनी यात्रा पर बोलते हुए जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने कहा कि उन्होंने मरते दम तक हिंदू रीति से अंतिम संस्कार सुनिश्चित करने हेतु वसीयत भी तैयार कर दी है।

    जेल में बिताए छह महीने को उन्होंने ‘आत्मबल की परीक्षा’ बताया, जिसमें उन्होंने कथित रूप से जहर दिए जाने की साजिश भी झेली। उन्होंने कहा कि इस्लामी शिक्षा पद्धति में नफरत का बीजारोपण होता है और यही कारण है कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में हिंदू असुरक्षित महसूस करता है।