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    स्वजन डॉक्टर से करते रहे मिन्नत, लेकिन तरस नहीं आया; फर्श पर ही प्रसूता ने बच्ची को दिया जन्म

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 05:03 PM (IST)

    हरिद्वार के महिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला को फर्श पर बच्चा जनने की घटना सामने आई है। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने कथित तौर पर प्रसूता को भर्ती करने से मना कर दिया था। सीएमओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं और एक चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। संविदा पर तैनात महिला डॉक्टर की लापरवाही सामने आई है।

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    स्वजन की शिकायत पर सीएमओ ने मामले को लिया गंभीरता से. Concept Photo

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार। महिला अस्पताल में गर्भवती के फर्श पर ही बच्चा जनने के मामले को सीएमओ डा. आरके सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की जांच को अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा आरबी सिंह को जांच कमेटी गठित करने के निर्देश दिए।

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    साथ ही, 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट देने को कहा है। जिसके अनुपालन में चार सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। राजकीय महिला अस्पताल में सोमवार रात ड्यूटीरत डॉक्टर और स्टाफ की संवेदनहीनता का मामला प्रकाश में आया है।

    आरोप है कि रात्रि ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक ने ब्रह्मपुरी निवासी 28 वर्षीय प्रसूता को तत्काल भर्ती से मना कर दिया। दर्द से कराहती प्रसूता ने फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। आनन-फानन महिला को भर्ती कर लिया गया। बताया जा रहा है कि जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

    पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत सीएमओ डा. आरके सिंह से की। इसे गंभीरता से लेते सीएमओ ने अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. आरबी सिंह को पूरे प्रकरण की जांच को चार सदस्यीय डॉक्‍टरों की टीम गठित कर चौबीस घंटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा।

    सीएमओ के निर्देश पर प्रमुख अधीक्षक डा आरबी सिंह ने आनन-फानन डॉक्‍टरों की कमेटी गठित कर दी है। जो जांच में जुटी गयी है। सीएमओ डा. आरके सिंह ने बताया कि रात्रि ड्यूटी पर संविदा पर तैनात महिला डॉक्टर की संविदा मंगलवार को समाप्त हो गयी है। बताया कि प्रकरण में लापरवाही सामने आने पर दोबारा उन्हें रखने पर गहनता से पुनर्विचार किया जाएगा।

    स्वजन करते रहे मिन्नत, तरस नहीं आया

    आरोप है कि प्रसव पीड़ा की शिकायत पर स्वजन रात करीब साढ़े नौ बजे प्रसूता को लेकर अस्पताल पहुंचे।  ड्यूटीरत डॉक्टर से बार-बार भर्ती करने की मिन्नतें करते रहे, लेकिन महिला चिकित्सक और अन्य स्टाफ को उनकी इस हालत पर जरा भी तरस नहीं आया।

    आरोप है कि लेडी डॉक्टर ने फौरी जांच के बाद प्रसव में अभी समय होने की बात कहते घर जाने की सलाह दे दी। स्वजनों के अनुसार रात करीब साढ़े बारह बजे प्रसूता ने फर्श पर ही एक बच्ची को जन्म दे दिया।