Updated: Mon, 28 Jul 2025 10:48 AM (IST)
Haridwar Stampede हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के दौरान कई लोग घायल हो गए। फरीदाबाद के कुलदीप ने बताया कि भीड़ अनियंत्रित होने से उनकी आंखों के सामने चार लोगों की मौत हो गई। बंगाल के विनोद दास की पत्नी और बेटी भी घायल हो गईं जब डंडे लेकर कुछ लोग भीड़ को धकेल रहे थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जासं, हरिद्वार। मेला अस्पताल में भर्ती घायल फरीदाबाद निवासी कुलदीप कुमार प्रजापति ने बताया कि वह, अपनी पत्नी आरती, भाई जितेंद्र और साली गायत्री के साथ रविवार सुबह करीब नौ बजे मां मनसा देवी के दर्शन को पैदल मार्ग से जा रहे थे। करीब साढ़े नौ बजे मंदिर के करीब पहुंचे।
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तभी ऊपर की तरफ से आ रहे कुछ लोगों ने नीचे की ओर जाने को कहा। भीड़ इस कदर थी कि पीछे जाना संभव नहीं हो पा रहा था। शीर्ष पर चढ़ने और उतरने वालों की भीड़ अनियंत्रित होने की वजह से यह हादसा हुआ। धक्का मुक्की में मैं पैदल मार्ग के किनारे दुकान की बेंच के नीचे दब गया।
मेरी आंखों के सामने चार लोगों की मौत हो गई। जैसे-तैसे हम सभी पैदल ही नीचे उतरे। मेन रोड पर खड़ी एंबुलेंस मेला अस्पताल लेकर पहुंची।
कुछ युवक डंडे लेकर भीड़ को धकेल रहे थे
राजकीय मेला अस्पताल में ही भर्ती बंगाल के वर्धमान जिले के अंडाल निवासी विनोद दास बताते हैं कि वह बद्दी हिमाचल प्रदेश में माइक्रोटेक कंपनी में काम करते हैं। रविवार सुबह ही गंगा स्नान और मां मनसा देवी के दर्शन को पहुंचे थे।
पैदल मार्ग पर नीचे से ऊपर और ऊपर से नीचे आने वालों की जबरदस्त भीड़ थी। इस बीच ऊपर की तरफ से कुछ युवक डंडे लेकर भीड़ को धकेलने लगे। इससे भगदड़ मची तो उनकी बेटी गुंजन दास और पत्नी रीना देवी गिर पड़े। भीड़ में कुचलने से पत्नी का पेट दब गया। पैर में भी चोट लगी है। जैसे-तैसे दोनों को लेकर एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचे।
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