फर्नीचर बेचने के नाम पर ढाई लाख की ठगी, पुलिस ने गोरखपुर के बुजुर्ग से पूछताछ
रुड़की में एक व्यक्ति से ढाई लाख की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने गोरखपुर के एक बुजुर्ग से पूछताछ की। पीड़ित राकेश को फेसबुक पर फर्नीचर बेचने का प्रस्ताव मिला था। उसने दो बार में सवा-सवा लाख रुपये भेजे लेकिन फर्नीचर नहीं मिला। जांच में पता चला कि रकम एक बुजुर्ग के खाते में जमा हुई थी जिसने बताया कि उसे धोखे से फंसाया गया है।

जागरण संवाददाता, रुड़की । शहर के एक व्यक्ति से दो साल पहले हुई ढाई लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने गोरखपुर उप्र निवासी एक बुजुर्ग के बयान दर्ज किये हैं। गोरखपुर के बुजुर्ग के खाते में सवा लाख की रकम भेजी गई थी।
रुड़की सिविललाइंस कोतवाली क्षेत्र निवासी राकेश के पास वर्ष 2023 में उनके एक परिचित की फेसबुक आइडी से मैसेज आया था। मैसेज में बताया था कि सरकारी विभाग में परिचित एक व्यक्ति तबादला होने पर यहां से जा रहे हैं।
वह अपना फर्नीचर और अन्य सामान बेचना चाह रहे हैं। परिचित ने राकेश कुमार को मोबाइल नंबर भी दिया था। जिसके बाद राकेश कुमार की उस व्यक्ति से बात हुई थी। उसने फर्नीचर और अन्य सामान के फोटो उन्हें भेजे थे। उसने सवा लाख रुपये में यह सब सामान देने की बात कहीं थी।
बातों में आकर भेजे पैसे
उसकी बातों में आकर उन्होंने सवा लाख रुपये भेज दिये थे, लेकिन उसने बताया कि उसके खाते में यह रकम नहीं आई है। उसने फिर से रकम भेजने के लिए कहा। इसके बाद राकेश कुमार ने फिर से सवा लाख रुपये की रकम भेज दी थी। ढाई लाख की रकम भेजने के बाद भी उन्हें फर्नीचर नहीं मिला। जब उन्होंने उस नंबर पर फोन किया तो नंबर बंद मिला। जिस आइडी से परिचित ने मैसेज किया था। बाद में पता चला कि उनके परिचित के नाम से किसी ने फर्जी आइडी बनाकर उन्हें झांसे में लिया था।
इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि ठगी की रकम दो खातों में जमा कराई गई थी। एक खाता गोरखपुर निवासी बुजुर्ग का था। पुलिस ने बुजुर्ग राम आसरे को पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया। शनिवार को पूछताछ में राम आसरे ने बताया कि उसे एक व्यक्ति ने बताया था कि उसके जनधन खाते में सरकार की तरफ से रकम आएगी। उसने झांसा देकर उसके खाते का नंबर और एटीएम ले लिया था। पुलिस रामआसरे से पूछताछ कर रही है।
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