यूकेएसएसएससी पेपर लीक में नया मोड़, मुख्य साजिशकर्ता आरोपी खालिद मलिक के घर में बिजली चोरी
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी खालिद मलिक के घर बिजली चोरी का मामला सामने आया है। ऊर्जा निगम ने खालिद के पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जांच में पाया गया कि घर में अवैध कनेक्शन से बिजली का उपयोग हो रहा था। स्कूल प्रबंधन ने पेपर लीक मामले में किसी भी लापरवाही से इनकार किया है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने के मामले में मुख्य आरोपित खालिद मलिक के घर में चोरी की बिजली जल रही थी। मामले में ऊर्जा निगम की टीम ने खालिद के पिता शहजाद के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
सोमवार को ऊर्जा निगम के एसडीओ सचिन सचदेवा और उनकी टीम ने सुल्तानपुर स्थित खालिद मलिक के घर पर छापा मारा। वहां बिजली चोरी पकड़ी गई। जांच में सामने आया कि घर में अवैध कनेक्शन से बिजली की खपत की जा रही थी।
इस पर ऊर्जा निगम के अवर अभियंता पवन सक्सेना ने लक्सर कोतवाली में खालिद के पिता शहजाद के विरुद्ध बिजली चोरी की तहरीर दी। कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने पुष्टि की कि बिजली चोरी के मामले में शहजाद के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
खालिद के घर लटका है ताला
लक्सर कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर कस्बे में खालिद का दो मंजिला मकान है। उसके पिता शहजाद मजदूरी करते हैं, जबकि पांच बहनों और दो भाइयों में एक भाई आदिल ईंट भट्ठे पर काम करता है। फिलहाल, खालिद के घर पर ताला लगा हुआ है। पुलिस ने उसकी बहन साबिया और एक अन्य आरोपित को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था, खादिल मंगलवार को गिरफ्तार हो चुका है। जांच में सामने आया है कि खालिद पहले सीपीडब्ल्यूडी में संविदा पर तैनात रहा, लेकिन इस समय वह देहरादून के एक बड़े संस्थान में हेड क्लर्क के पद पर कार्यरत था।
स्कूल प्रबंधन ने झाड़ा पल्ला
पथरी थाना क्षेत्र के गांव बहादरपुर जट स्थित जिस आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज से पर्चा लीक हुआ, उसके प्रधानाचार्य और भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि चेकिंग के दौरान स्कूल की ओर से किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई। सरकार की ओर से तय सभी नियमों का पालन किया गया था। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने गड़बड़ी की है तो उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। स्कूल प्रबंधन जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहा है।
संबंधित स्कूल संचालक पार्टी का पदाधिकारी है तो भाजपा संगठन की ओर से प्रारंभिक पड़ताल की गई। कालेज की जिम्मेदारी केवल व्यवस्था बनाने की होती है। बाकी जिम्मेदारी आयोग की होती है। अभी तक संबंधित विद्यालय में 12 से अधिक परीक्षाएं हो चुकी हैं। किसी में ऐसी शिकायत नहीं आई। व्यवस्थापक की भूमिका न तो प्रश्नपत्र लाने की होती हैं, न बांटने की होती है। जिस कक्ष में पेपर लीक की बात हो रही है, उस कक्ष में संबंधित विद्यालय के शिक्षकों की तैनाती नहीं थी। किसी अन्य कालेज के प्रोफेसर की ड्यूटी थी। अगर पार्टी का कोई भी पदाधिकारी किसी तरह के भ्रष्टाचार में संलिप्त होता है तो उसके विरुद्ध पार्टी कार्रवाई करती है। -आशुतोष शर्मा, जिलाध्यक्ष भाजपा
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