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    Haridwar News: हरिद्वार पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने एकता दौड़ में लिया हिस्सा, बोले- बीएचईएल का नहीं होगा निजीकरण

    By Anoop kumar singhEdited By: Shivam Yadav
    Updated: Tue, 01 Nov 2022 01:29 AM (IST)

    केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने हरिद्वार में राष्ट्रीय एकता दौड़ के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीएचईएल के निजीकरण की चर्चा मात्र अफवाह है। देश के विकास विरोधी मानसिकता वाले लोग इसे फैला रहे हैं। यह न सिर्फ भ्रामक है बल्कि झूठी और बेबुनियाद है।

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    केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने हरिद्वार में राष्ट्रीय एकता दौड़ के बाद यह बात कही।

    हरिद्वार, जागरण संवाददाता। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) का निजीकरण किसी भी कीमत पर नहीं होगा। बीएचईएल देश का गौरव था, है और रहेगा। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने हरिद्वार में राष्ट्रीय एकता दौड़ के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीएचईएल के निजीकरण की चर्चा मात्र अफवाह है। देश के विकास विरोधी मानसिकता वाले लोग इसे फैला रहे हैं। यह न सिर्फ भ्रामक है, बल्कि झूठी और बेबुनियाद है।

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    केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के दौरान विपक्षी नेताओं ने बिना किसी आधार के इस तरह की झूठी बात को फैलाया था। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार बीएचईएल के पुनर्जीवन की दिशा में काम कर रही है, थर्मल पावर में पूरी दुनिया में धाक रखने वाला बीएचईएल अन्य क्षेत्रों में भी काम कर रहा है, जल्द ही इसके सकारात्मक नतीजे नजर आने लगेंगे। 

    मंत्री ने गिनाई बीएचईएल की खूबियां

    बताया कि बीएचईएल देश की सामरिक सुरक्षा आवश्यकताओं की भी पूर्ति कर रही है। वर्तमान में बीएचईएल भारतीय नौसेना के लिए 17 किमी की मारक क्षमता वाली 76 एमएम नेवल गन की असेंबिलिंग, इस्टालेशन और मेंटेनेंस सफलतापूर्वक कर रही है, अब तक बीएचईएल भारतीय नौसेना को एमसी 45 नेवल गन कमीशन (आपूर्ति) कर चुकी है।

    रूस-यूक्रेन युद्ध से विश्वस्तर पर दोबारा जगी थर्मल पावर की संभावनाएं

    केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध में विश्वस्तर विशेषकर पश्चिमी देशों के तेल और गैस की आपूर्ति पर विपरीत असर पड़ा है। जिसने वहां के आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। भारत भी इससे प्रभावित हुआ है। इसे लेकर विश्वस्तर पर ऊर्जा के पुराने संसाधनों के इस्तेमाल को लेकर माहौल बन रहा है, क्योंकि पर्यावरण सुरक्षा के चलते वैकल्पिक ऊर्जा के तौर पर हाईड्रो और सौर ऊर्जा का उपयोग फिलहाल पूरी तरह से कारगर साबित नहीं हो पाया। इसलिए अब नए सिरे से थर्मल पावर के विकल्प पर ध्यान दिया जा रहा है, जिसमें पर्यावरण पर कोई विपरीत असर न पड़े। इसके लिए विश्वस्तर पर शोध जारी है। इसके सकारात्मक नतीजे सामने आते हैं तो थर्मल पावर और दूसरे शब्दों में कहें तो बीएचईएल के लिए दोबारा संभावना पैदा हो जाएगी।

    बीएचईएल टाउनशिप की बेहतरी के होंगे प्रयास

    बीएचईएल हरिद्वार टाउनशिप की खस्ता हालत को लेकर डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि मंत्री बनने के बाद वह पहली बार निरीक्षण को आए हैं। पिछली बार वह चुनाव आचार संहिता के दौरान हरिद्वार आए थे, इसलिए बीएचईएल की स्थिति पर कोई चर्चा और निरीक्षण नहीं कर पाए। पर, अब वह दोनों काम करेंगे और पूरी जानकारी कर स्थिति में सुधार के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करेंगे।

    बिना नाम लिए बीएचईएल के संस्थापक नेहरू पर साधा निशाना

    केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने बीएचईएल के संस्थापक देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को अपने निशाना पर रखा। उन्होंने समारोह के मंच से दिए अपने संबोधन में पंडित नेहरू का नाम लिए बिना उन्हें कश्मीर सहित देश की तमाम समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया। 

    उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने बिना किसी बड़े संघर्ष व खून-खराबे के देश की 565 रियासतों का एकीकरण करते हुए अखंड भारत का निर्माण किया। पर, जिसके पास सिर्फ एक रियासत के एकीकरण की जिम्मेदारी थी, उसने देश को एक ऐसा नासूर दे दिया जो आज भी चुभ रहा है।