Haridwar Stampede: मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के बाद सीढ़ी मार्ग पर रोक! अब रैंप मार्ग से श्रद्धालुओं की आवाजाही
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के बाद प्रशासन ने सीढ़ी मार्ग को बंद कर दिया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने निरीक्षण के बाद रैंप मार्ग को मुख्य मार्ग बनाने और वहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। सीढ़ी मार्ग अब केवल आपातकालीन स्थिति में ही खुलेगा। मंदिर तक पहुंचने के तीन रास्ते हैं रैंप मार्ग रोपवे और सीढ़ी मार्ग जिनमें से सीढ़ी मार्ग फिलहाल बंद है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Stampede: रविवार को मनसा देवी मंदिर जाने वाले सीढ़ी मार्ग पर मची भगदड़ और उसमें हुई आठ श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत के बाद अब प्रशासन हरकत में आ गया है। हादसे के दूसरे ही दिन सोमवार से सीढ़ी मार्ग पर श्रद्धालुओं की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, और इसके स्थान पर रैंप मार्ग से श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू कर दी गई है।
यह निर्णय सोमवार सुबह जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की ओर से मौके पर किए गए निरीक्षण के बाद लिया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीढ़ी मार्ग को केवल आपातकालीन स्थिति के लिए आरक्षित रखा जाए, जबकि सामान्य परिस्थितियों में श्रद्धालु अब रैंप पैदल मार्ग से ही मंदिर तक पहुंचें।
आपात स्थिति में ही खुलेगा मार्ग, मनसा देवी मंदिर हादसे के बाद प्रशासन सख्त
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित रैंप मार्ग को मुख्य पैदल मार्ग बनाने और वहां मूलभूत सुविधाएं जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिसमें शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, विश्राम स्थल, पीने के पानी की सुविधा, सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा कर्मियों की नियमित तैनाती और मेडिकल सहायता केंद्र जैसी व्यवस्थाओं को प्राथमिकता से विकसित करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए।
ये हैं मनसा देवी मंदिर को जोड़ने वाले तीन मुख्य रास्ते
रैंप मार्ग (हिल बाइपास के रास्ते
यह मार्ग हरकी पैड़ी को जोड़ने वाली अपर रोड से होकर जाता है। लगभग दो किलोमीटर लंबा है। हिल बाइपास से लेकर मंदिर तक इसकी चौड़ाई अपेक्षाकृत अधिक है। इस मार्ग के जरिये पुजारी एवं कर्मचारी स्कूटर-बाइक से मनसा देवी मंदिर तक पहुंचते हैं। हालांकि, कुछ स्थानों पर सुरक्षा रेलिंग, प्रकाश व्यवस्था, शौचलय, कूड़ेदान और विश्राम स्थलों की आवश्यकता है।
रोपवे (ट्राली मार्ग)
अपर रोड से ट्रॉली के जरिये श्रद्धालु सीधे मंदिर के समीप तक पहुंच सकते हैं। यह मार्ग विशेष रूप से बुजुर्गों, दिव्यांगों और छोटे बच्चों के लिए सुविधाजनक है। इसके लिए सुविधा शूल्क लिया जाता है। इस कारण अधिकांश श्रद्धालु पैदल ही आवाजाही करते हैं।
सीढ़ी मार्ग (अब बंद)
यह मार्ग करीब एक किलोमीटर लंबा है और इसमें लगभग 800 सीढ़ियां हैं। रविवार को मनसा देवी मंदिर से 100 मीटर पहले इसी मार्ग पर हादसा हुआ था। कुछ स्थानों पर यह मार्ग संकरा और खड़ी चढ़ाई है। अब इस मार्ग को केवल इमरजेंसी उपयोग के लिए रिजर्व कर दिया गया है।

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