Haridwar Kumbh Mela 2021: हरकी पैड़ी के रास्ते पर रामपथ का निर्माण, मन को भा रही रामायण की झांकी, देखें तस्वीरों में
Haridwar Kumbh Mela 2021 धर्मनगरी हरिद्वार पर धीरे-धीरे कर कुंभ मेले की रंगत चढ़ती जा रही है। मेले में आने वाले श्रृद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं के मद्देनजर कुंभ मेला अधिष्ठान की पहल पर सीसीआर से होते हुए हाइवे किनारे बने सुरक्षा दीवार को रामपथ का रूप दिया है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: Haridwar Kumbh Mela 2021 धर्मनगरी हरिद्वार पर धीरे-धीरे कर कुंभ मेले की रंगत चढ़ती जा रही है। मेले में आने वाले श्रृद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं के मद्देनजर कुंभ मेला अधिष्ठान की पहल पर अलकनंदा से मेला भवन (सीसीआर) से होते हुए करीब एक किलोमीटर के रास्ते पर हाइवे के किनारे बने सुरक्षा दीवार को रामपथ का रूप दिया गया है।
इस रास्ते पर दीवार पर रामायण के महत्वपूर्ण प्रसंग सहित संपूर्ण रामायण की झांकी को आकर्षक तरीके से सचित्र उकेरा जा रहा है। इस काम को मेलाधिकारी दीपक रावत की पहल और अपर मेलाधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र के आइडिया पर पतित पावनी गंगा की निर्मलता-अविरलता को समर्पित शिखर पॉलीवाल के निर्देशन में बीइंग भागीरथ की टीम अंजाम दे रही है, जिसमें हरियाणा, मध्य प्रदेश सहित स्थानीय कलाकार शामिल हैं।
इन दिनों हरिद्वार आने वाले श्रृद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है रामपथ (रामायण स्ट्रीट) का रास्ता। हालांकि यहां रामायण के सभी प्रमुख प्रसंग के चित्रण का काम अभी चल ही रहा है। इस काम को कर रहे बीइंग भागरथ आर्ट टीम के प्रमुख होशियार सिंह ने बताया कि उनके नेतृत्व में करीब 48 कलाकार इस काम को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके साथ पेंटर शीशपाल, सचिन जाट, नीरज, लोकेंद्र, अक्षय, कृष्णा, और राजेश रामायण के प्रमुख प्रसंग को रामपथ की दीवार में चित्रित करने का काम कर रहे हैं।
बताया कि दीवार पर प्रसंग को चित्रित करने से पहले रामायण में उसके समय, स्थान और घटना को लेकर आपसी में विमर्श करने के बाद उस काल के अनुसार रंगों का चयन किया जाता है। उसके बाद शिखर भइया की सलाह और मेला अधिष्ठान के निर्देशन में इसे बनाया जा रहा है।
बीइंग भागीरथ के प्रमुख शिखर पालीवाल ने बताया कि करीब एक किलोमीटर लंबे रामपथ के रास्ते की दीवार पर रामायण के सातों काण्ड के 45 चित्र फिलवक्त बनाए गए हैं। इसमें रामायण के समस्त घटनाक्रम को सिलसिलेवार बनाया जा रहा है, जिसमें पहले रामजन्म, फिर शिक्षा-दीक्षा, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, राजतिलक की तैयारी, वनवास, सूपनखा कांड, स्वर्ण मृगधारी मारीच वध, सीता हरण, बाली वध, वानसर सेना सहित लंका गमन, बजरंगबली हनुमान का लंका दहन और राम-रावण युद्ध व 14 वर्ष के वनवास के बाद राम का परिवार सहित अयोध्या वापसी तक के सभी प्रसंग चित्रित किये जा रहे हैं।
रामपथ पर संपूर्ण रामायण को सचित्र प्रस्तुत किया जा रहा है। बताया कि यह काम पिछले करीब 15 दिनों से चल रहा है, इसे पूरा होने में करीब 15 दिन और लगेंगे। उनकी कोशिश कुंभ के पहले पर्व मकर संक्रांति स्नान से पहले इसे पूरा लेने की है।