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    Mahakumbh 2021: 400 बेड के अस्पताल को 500 बेड करने का दावा, यहां बनाया गया है नया अस्पताल

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Sun, 03 Jan 2021 07:46 PM (IST)

    Mahakumbh 2021 धर्मनगरी हरिद्वार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर और विस्तार देने की कवायद में मेला और जिला प्रशासन जुटा हुआ है। कोविड के चलते हरिद्वार कुंभ में बेहतर और त्वरित स्वास्थ्य सेवाओं की बेहद जरूरत है।

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    Mahakumbh 2021: 400 बेड के अस्पताल को 500 बेड करने का दावा।

    अनूप कुमार, हरिद्वार। Mahakumbh 2021 धर्मनगरी हरिद्वार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर और विस्तार देने की कवायद में मेला और जिला प्रशासन जुटा हुआ है। कोविड के चलते हरिद्वार कुंभ में बेहतर और त्वरित स्वास्थ्य सेवाओं की बेहद जरूरत है। इसी के तहत ऑक्सीजन से लैस 500 बेड के अस्पताल को अक्टूबर अंत तक तैयार करने का दावा किया गया था। पर अब तक दूधाधारी चौक स्थित बर्फानी अस्पताल में 400 बेड का अस्थायी अस्पताल ही तैयार हो पाया है। प्रशासन का दावा है कि सौ बेड बढ़ाने का कार्य भी शीघ्र पूरा हो जाएगा। 

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    जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि अस्पताल तैयार करने के लिए सरकारी व्यवस्थाओं के साथ-साथ सीएसआर फंड का भी इस्तेमाल किया गया है। पहली कोशिश है कि कोविड-19 के लिहाज से इस अस्पताल के सभी 500 बेड को सौ फीसद ऑक्सीजन सुविधायुक्त कर दिया जाए। फिलवक्त यह कवायद कोविड संक्रमण के मद्देनजर चल रही है। हालांकि, तैयारी यह भी है कि कुंभ के दौरान घटना-दुर्घटना के वक्त यह हर तरह के आकस्मिक इलाज में काम आए। इसी को देखते हुए हाईवे के किनारे स्थित बर्फानी अस्पताल को विकसित किया जा रहा है।

    नहीं हुए दावे के मुताबिक काम

    दूधाधारी चौक स्थित 400 बेड के अस्थायी बर्फानी अस्पताल में सौ बेड बढ़ाने और सभी 500 बेड को ऑक्सीजनयुक्त बनाने की दिशा में फिलवक्त तक कोई काम शुरू नहीं हुआ है, जबकि स्वास्थ्य विभाग के हवाले से जिलाधिकारी सी.रविशंकर का दावा था कि यह सब काम पहले अक्टूबर और फिर नवंबर-2020 के पहले पखवाड़े तक पूरे कर लिए जाएंगे।

    जिलाधिकारी के दावे के विपरीत अस्पताल के सभी बेड को ऑक्सीजन युक्त बनाना तो दूर स्वास्थ्य विभाग यहां ऑक्सीजन की आवश्यकता से ही इन्कार कर रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी एसके झा ने अस्पताल में ऑक्सीजन की आवश्यकता और सुविधा से इन्कार किया। बताया कि अस्पताल में कोविड-19 के लिहाज से सभी बेड पर ऑक्सीजन की कोई जरूरत नहीं है। जरूरत पडऩे पर यहां भर्ती मरीज को ऐसी ही सुविधा वाले दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। फिलवक्त अस्पताल में 30 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर लगा दिए गए हैं।    

    दूर नहीं हुई टॉयलेट्स की कमी 

    बर्फानी अस्पताल में बेड संख्या बढ़ाने में सबसे बड़ी अड़चन यहां बेड के सापेक्ष मरीजों के लिए टॉयलेट्स का न होना है। जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने दावा किया था कि जरूरत पड़ने पर अस्पताल में टॉयलेट्स की संख्या सौ तक बढ़ाई जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अस्पताल में पहले से 15 टायलेट्स थे, दस और बायो टॉयलेट्स सिडकुल की कंपनी से उपलब्ध करा दिए।

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