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    Haridwar Sex Ratio: हरिद्वार में घटता लिंगानुपात चिंताजनक, दो वर्ष में 2.5 प्रतिशत गिरावट

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 02:15 PM (IST)

    Haridwar Sex Ratio हरिद्वार जिले में लिंगानुपात में चिंताजनक गिरावट आई है जो पिछले दो वर्षों में 2.5% तक गिर गया है। हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सेंटर के आंकड़ों के अनुसार 2022-23 में प्रति 1000 लड़कों पर 936 लड़कियाँ थीं जबकि 2024-25 में यह संख्या घटकर 913 हो गई है। भ्रूण हत्या रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

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    एचएमआइएस के अनुसार वर्ष 2022-23 में 936 से वर्ष 2024-25 में 913 तक पहुंचा लिंगानुपात. Concept

    मनीष कुमार, जागरण हरिद्वार। हरिद्वार जिले में दो वर्ष के भीतर लिंगानुपात में 2.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जिले के हेल्थ मैनेजमेंट इन्फार्मेशन सेंटर (एचएमआइएस) के आंकड़े इसका प्रमाण हैं। वर्ष 2022-23 में जहां एक हजार लड़कों पर 936 लड़कियों ने जन्म लिया, वहीं वर्ष 2024-25 में यह संख्या घटकर 913 पहुंच गई।

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    बीते सोमवार को भी स्वास्थ्य महानिदेशालय में आयोजित पीसी पीएनडीटी राज्य सलाहकार समिति की बैठक में भी इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई थी। जिसमें राज्य समुचित प्राधिकारी डा. सीपी त्रिपाठी ने घटते लिंगानुपात पर चिंता जताते हुए भ्रूण हत्या जैसे अपराध करने वालों पर कठोर कार्रवाई की बात कही थी।

    एचएमआइएस के वर्ष 2022-23 के आंकड़े देखें तो हरिद्वार जिले में 37,153 बच्चों ने जन्म लिया। इनमें पुरुष लिंग बच्चों की संख्या 19,187, जबकि स्त्रीलिंग बच्चों की संख्या 17,966 थी। इस आधार पर 1,000 पुरुष पर लिंगानुपात 936 था। वहीं, वर्ष 2023-24 में 35,281 बच्चे जन्मे। इनमें पुरुष लिंग बच्चों की संख्या 18,273 और स्त्रीलिंग बच्चों की 17,008 थी।

    इस अनुरूप लिंगानुपात 931 था। हालांकि, वर्ष 2023-24 के मुकाबले वर्ष 2024-25 में लिंगानुपात में और गिरावट आई। आंकड़ों के अनुसार जिले में 36,345 बच्चों ने जन्म लिया। इनमें पुरुष और स्त्रीलिंग बच्चों की संख्या क्रमश: 18,994 और 17,351 थी। जबकि, लिंगानुपात 913 पर पहुंच गया। आंकड़ों के हिसाब से दो वर्ष के दौरान लिंगानुपात में करीब 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई।

    जिले में लिंगानुपात के आंकड़े एचएमआइएस के अलावा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस) रिपोर्ट से प्राप्त होते हैं। एचएमआइएस के आंकड़े अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या पर आधारित होते हैं। वहीं, एनएफएचएस की रिपोर्ट हर पांच साल में आती है। वर्ष 2021 के रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच वर्ष में जन्म लेने वाले बच्चों का लिंगानुपात 985 है। पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 के अनुसार जिले में वर्तमान में पंजीकृत 161 सेंटर में 111 सक्रिय हैं। 213 अल्ट्रासाउंड मशीन है। इनमें अब तक 66 मशीन सील हुई हैं। - डा आरके सिंह, सीएमओ, हरिद्वार