हरिद्वार अर्धकुंभ 2027 की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार, एआइ कंट्रोल रूम से होगी हाई-टेक सुरक्षा
मेला प्रशासन अर्धकुंभ 2027 के लिए तकनीक का इस्तेमाल करके सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की योजना बना रहा है। हरिद्वार में एक नया एआइ-आधारित कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जिससे पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा सकेगी। 27500 सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क स्थापित किया जाएगा। पुराने सीसीआर भवन को भी अपग्रेड किया जाएगा और नए भवन पर हेलीपैड बनेगा।
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सांकेतिक तस्वीर।
शैलेंद्र गोदियाल, जागरण हरिद्वार: अर्धकुंभ 2027 की तैयारियों को नई रफ्तार देते हुए मेला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन में तकनीक का विस्तार करने की योजना तैयार की है।
आने वाले अर्धकुंभ मेले में पहली बार हरिद्वार, ऋषिकेश और देवप्रयाग तक के मेला क्षेत्र की निगरानी एक ही स्थान से होती दिखाई देगी। यह संभव होगा हरिद्वार रोड़ीबेलवाला में बनने वाले अत्याधुनिक एआइ आधारित कंट्रोल रूम के माध्यम से।
यह कंट्रोल रूम भीड़ नियंत्रण का स्मार्ट केंद्र बनेगा। साथ ही, पर्व के हर मिनट के संचालन का रियल-टाइम कमांड सेंटर भी होगा।
पूरे मेला क्षेत्र पर एक क्लिक से रहेगी नजर
मेला नियंत्रण कक्ष भवन-2 में प्रस्तावित इस कंट्रोल रूम को लेकर हाईपावर कमेटी पहले ही अनुमोदन दे चुकी है। इस सप्ताह इस भवन को लेकर निविदा हो जाएगी।
करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस भवन में अत्याधुनिक तकनीक से लैस नियंत्रण प्रणाली स्थापित की जाएगी।
पूरे मेला क्षेत्र में 27,500 सीसीटीवी कैमरों का विशाल नेटवर्क स्थापित होगा, जिन्हें एआइ-सक्षम तकनीक से जोड़े जाने की योजना है।
यह नेटवर्क रुड़की से हरिद्वार मेला क्षेत्र, ऋषिकेश और देवप्रयाग तक को जोड़ते हुए सुरक्षा प्रबंधन की एक अभेद्य डिजिटल ढाल के रूप में तैयार करेगा।
लाइव फीड से होगी निगरानी और नियंत्रण
इन कैमरों से लाइव फीड मिलेगी। जिनसे भीड़ नियंत्रण, घाटों की सुरक्षा, सफाई व्यवस्था, पार्किंग की मानिटरिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, डिजिटल सिग्नलिंग सिस्टम, आपदा प्रबंधन व रेस्क्यू टीमों की कम्युनिकेशन लाइन जुड़ी रहेंगी।
यह सुविधा अर्धकुंभ, कुंभ, प्रमुख स्नान पर्वों, कांवड़ यात्रा और आपात स्थिति के लिए लिए महत्वपूर्ण होगी।
नए भवन के साथ पुराना भी होगा अपग्रेट
अर्धकुंभ की तैयारियों को देखते हुए रोड़ीबेलवाला स्थित पुराने सीसीआर भवन के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी अपग्रेट किया जाएगा। साथ ही, सीसीआर-2 का चार मंजिला भवन भी बनाया जा रहा है, जिसकी निविदा प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है।
सीसीआर-2 भवन में ही अत्याधुनिक एआइ आधारित कंट्रोल रूम स्थापित होगा। मुख्य प्रशासनिक भवन, विभिन्न विभागों के कार्यालय, आपातकालीन प्रबंधन केंद्र, प्रशासनिक अधिकारियों के कक्ष, बैठक रूम सहित अन्य सुविधाएं भी रहेगी।
पुराने सीसीआर भवन में विद्युत प्रणाली, भवन मरम्मत, सोलर सपोर्ट और फायर अलार्म व्यवस्था को भी आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा।
सीसीआर-2 की छत पर होगी हेलीपैड
श्रद्धालु सुरक्षा और आपात स्थिति में त्वरित रेस्क्यू को प्राथमिकता देते हुए अर्धकुंभ से पहले बनने वाले सीसीआर-2 भवन की छत पर हेलीपैड निर्माण की भी योजना है।
इसको लेकर यूकाडा (उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथारिटी) की विशेषज्ञ टीम ने स्थल का सर्वेक्षण कर हेलीपैड की संभावित संरचना एवं तकनीकी जांच की।

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