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    Akal Takht Express: जब स्टेशन पर नहीं रुकी ट्रेन तो घबरा गए यात्री, अकालतख्त एक्सप्रेस में ऐसा क्यों हुआ?

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 05:30 AM (IST)

    अकाल तख्त एक्सप्रेस रुड़की स्टेशन पर नहीं रुकी जिससे एक यात्री को नजीबाबाद तक जाना पड़ा। वेयर इज माई ट्रेन एप पर गलत जानकारी के कारण यात्री भ्रमित हो गया था। रेलवे ने एनटीईएस जैसे अधिकृत एप इस्तेमाल करने की सलाह दी है। यात्रियों ने स्टेशनों पर सही जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की ताकि ऐसी असुविधाओं से बचा जा सके।

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    रुड़की में नहीं रुकी अकालतख्त एक्सप्रेस, रुड़की के बजाए यात्री भटककर पहुंचे नजीबाबाद

    संवाद सहयोगी, रुड़की। अनधिकृत मोबाइल एप के जरिये रुड़की में ठहराव देख रेलयात्री सहारनपुर से रुड़की के लिए अकालतख्त एक्सप्रेस में सवार हो गया, लेकिन, रुड़की स्टेशन पर अकालतख्त एक्सप्रेस का ठहराव नहीं हुआ। रुड़की में जब ट्रेन नहीं रुकी तो उन्हें नजीबाबाद तक का सफर करना पड़ा और स्वजन को फोन कर इसकी जानकारी दी।

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    पूर्वांचल और पंजाब के बीच चलने वाली अकालतख्त एक्सप्रेस (12318) शुक्रवार को भी रुड़की रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकी। सहारनपुर निवासी अमित ने बताया कि वह सुबह ट्रेन रुड़की के लिए सहारनपुर से सवार हुए थे।

    वेयर इज माई ट्रेन नामक मोबाइल एप पर उन्हें रुड़की में 12:05 बजे का स्टॉपेज दिखा। इसी भरोसे पर वह जल्दीबाजी में ट्रेन में बैठ गए। ट्रेन सहारनपुर से करीब सुबह 11:31 बजे चली और सीधे दोपहर 01.23 बजे के करीब नजीबाबाद स्टेशन पहुंची। रुड़की में न रुकने से अमित परेशान हो गए।

    उन्होंने परिजनों को फोन कर बताया कि उनका गंतव्य छूट गया और अब उन्हें नजीबाबाद से वापस लौटना पड़ेगा। इस घटना ने यात्रियों की परेशानी और निजी मोबाइल एप्स की भ्रामक जानकारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई बार यात्री सही सूचना न मिलने से गलतफहमी में फंस जाते हैं। मुरदाबाद मंडल के

    डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि यात्रियों को हमेशा रेलवे की अधिकृत मोबाइल एप एनटीईएस का ही इस्तेमाल करना चाहिए। अन्य एप पर दी गई जानकारी अक्सर सही नहीं होती। उन्होंने कहा कि यदि यात्री मोबाइल पर भरोसा न करना चाहें तो सीधे रेलवे स्टेशन के पूछताछ केंद्र से जानकारी ले सकते हैं।

    वही रुड़की से रोजाना सफर करने वाले रेल यात्रियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं रेलयात्रा को असुविधाजनक बना देती हैं। बार-बार पूछताछ केंद्र या एनटीईएस एप देखने की मजबूरी होती है। सभी स्टेशनों पर ट्रेन के वास्तविक ठहराव की स्पष्ट जानकारी बोर्ड और उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से पहले से उपलब्ध कराई जाए।