Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Roorkee में तेजी से बढ़ रहा डेंगू से ग्रसित लोगों का ग्राफ, अस्पताल में फिजिशियन नहीं होने से बढ़ी परेशानी

    By Jagran NewsEdited By: riya.pandey
    Updated: Wed, 30 Aug 2023 02:28 PM (IST)

    Dengue In Roorkee रुड़की एवं आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का कहर लगातार बढ़ रहा है। सरकार की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम नाकाफी साबित हो रहे हैं। रुड़की सिविल अस्पताल में महीनों से फिजिशियन नहीं है। इसी तरह से डेंगू की जांच कराने में भी दो से तीन दिन का समय लग रहा है।

    Hero Image
    Roorkee में तेजी से बढ़ रहा डेंगू से ग्रसित लोगों का ग्राफ

    जागरण संवाददाता, रुड़की: Dengue In Roorkee: रुड़की एवं आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का कहर लगातार बढ़ रहा है। सरकार की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम नाकाफी साबित हो रहे हैं। रुड़की सिविल अस्पताल में महीनों से फिजिशियन नहीं है। इसी तरह से डेंगू की जांच कराने में भी दो से तीन दिन का समय लग रहा है। 12 बजे के बाद पैथोलॉजी लैब में जांच के लिए सैंपल नहीं लिए जा रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जुलाई माह से आ रहे डेंगू के मामले

    अमूमन पूर्व के वर्षों में डेंगू का कहर अगस्त माह के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर नवंबर माह के पहले सप्ताह तक बना रहता हैं लेकिन इस बार एक माह पहले जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से ही डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सरकारी आंकड़ों पर गौर की जाए तो 100 से ऊपर मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि यह आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा है। इसके अलावा रुड़की एवं आसपास के क्षेत्रों में संदिग्ध बुखार से पांच से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।

    अस्पताल में मरीजों को करना पड़ रहा इंतजार

    डेंगू, वायरल से राहत पाने के लिए रुड़की सिविल अस्पताल में मरीजों को इंतजार ही करना पड़ रहा है। अधिकांश चिकित्सकों की ओपीडी मेंघंटों इंतजार के बाद नंबर आ रहा है। डेंगू की जांच के लिए अगर चिकित्सक ने 11 बजे से पहले लिख दिया तो ठीक अन्यथा 12 बजे के बाद रुड़की सिविल अस्पताल में डेंगू की जांच के लिए सैंपल नहीं लिया जा रहा है, उसके लिए डेंगू की जांच कराने में ही तीन दिन का समय लग जा रहा है।

    सबसे बड़ी परेशानी सिविल अस्पताल में फिजिशियन के नहीं होने के चलते उठानी पड़ रही है। दो माह पहले रुड़की सिविल अस्पताल के फिजिशियन अर्पित सैनी इस्तीफा देकर अपना अस्पताल खोल चुके है।

    भर्ती मरीज की चौबीस घंटे में कभी भी हो सकती है जांच

    रुड़की सिविल अस्पताल के पैथोलॉजी लैब के प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों की जांच के लिए चौबीस घंटे की सुविधा हैं लेकिन ओपीडी में आने वाले मरीजों का सैंपल 12 बजे तक ही लिया जाता है। भीड़ अधिक होने की वजह से कई बार तो समय 12 बजे के बाद तक डेंगू का सैंपल लिया जा रहा है। 

    शहर में नहीं हो पा रही फॉगिंग

    शहर में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा हैं लेकिन नगर निगम की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, वह नाकाफी साबित हो रहे हैं। शहर के अधिकांश जगह पर वर्षा का साफ पानी भरा हुआ है। रुड़की शहर में रैपिड जांच में करीब डेढ़ सौ से अधिक मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।

    रुड़की शहर के अधिकांश अस्पतालों में बेड तक नहीं है। वहीं नगर निगम की ओर से अभी तक सभी जगह फॉगिंग आदि तक नहीं कराई गई है। वहीं नगर आयुक्त विजयनाथ शुक्ल ने बताया कि निगम की ओर से वार्डों में जाकर कीटनाशक का छिड़काव आदि किया जा रहा है।