Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gangotri Landslide: ऋषिकेश, बदरीनाथ तथा गंगोत्री मार्ग फिर हुए बंद,भूस्खलन के कारण सैकड़ों यात्री बीच में फंसे

    By Jagran NewsEdited By: Paras Pandey
    Updated: Fri, 18 Aug 2023 02:47 AM (IST)

    ऋषिकेश से बद्रीनाथ तथा गंगोत्री राजमार्ग एक बार फिर भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। दोनों मार्गों पर बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं। गुरुवार को रात्रि करीब आठ बजे ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर व्यसी के निकट अटाली गंगा शिवपुरी तथा नीर गड्डू के पास तीन स्थानों पर भारी मलबा आ गया जिससे राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है।

    Hero Image
    ऋषिकेश बदरीनाथ तथा गंगोत्री मार्ग फिर हुए बंद सैकड़ों यात्री फंसे

    ऋषिकेश,जागरण संवाददाता। ऋषिकेश से बद्रीनाथ तथा गंगोत्री राजमार्ग एक बार फिर भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। दोनों मार्गों पर बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं। गुरुवार को रात्रि करीब आठ बजे ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर व्यसी के निकट अटाली गंगा, शिवपुरी तथा नीर गड्डू के पास तीन स्थानों पर भारी मलबा आ गया जिससे राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। वहीं ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर औणी बैंड के समीप भारी मलबा आ गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नरेंद्र नगर से आगे भी दो स्थानों पर मलबा आने से राजमार्ग अवरुद्ध हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने ऋषिकेश से चंबा तथा श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों को भद्रकाली तथा तपोवन में रोक दिया है। मगर, दूसरी ओर से आने वाले वाहन अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं। कई वाहन ऐसे हैं जिनके दोनों और भूस्खलन के चलते मार्ग बंद है।

    यहां पहाड़ी की ओर से लगातार चट्टाने और पत्थर के गिरकर मार्ग पर आ रहे हैं, जिससे यहां मौजूद यात्रियों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती रितेश शाह ने बताया कि दोनों मार्गों पर जाने वाले वाहनों को वापस ऋषिकेश भेजा जा रहा है।

    उन्होंने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संभवत या सुबह तक खुल जाएगा। जबकि बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुचारू होने में अभी कुछ समय लग सकता है। वही व्यासी के समीप जाम में फंसे ऋषिकेश निवासी जनार्दन कैरवान ने बताया कि व्यासी के निकट करीब 200 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं, जिनमें लगभग 1000 यात्री सवार हैं। पहाड़ी की ओर से लगातार पत्थर व चट्टाने आ रही हैं, जिससे यहां मौजूद वाहन तथा यात्री सुरक्षित नहीं हैं। आसपास क्षेत्र में कहीं रहने के लिए भी होटल आदि नहीं मिल पा रहे हैं।