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    Ganga Dussehra 2023: हरिद्वार में 'जय मां गंगे' की गूंज... हरकी पैड़ी पर भारी भीड़... पैर रखने की जगह नहीं

    By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra
    Updated: Tue, 30 May 2023 08:39 AM (IST)

    Ganga Dussehra 2023 गंगा दशहरा पर धर्म नगरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी और आसपास गंगा घाटों पर भोर से ही श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

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    Ganga Dussehra 2023: हरिद्वार और आसपास गंगा घाटों पर भोर से ही श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं।

    टीम जागरण, हरिद्वार: Ganga Dussehra 2023: गंगा दशहरा पर धर्म नगरी हरिद्वार के हरकी पैड़ी और आसपास गंगा घाटों पर भोर से ही श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। गंगा स्‍नान के लिए हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है। हरकी पैड़ी में तो पैर रखने तक की जगह नहीं है।

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    गंगा घाटों पर चारों ओर बम -बम भोले, जय मां गंगे के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है। गंगा मैया के जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक के साथ ही श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन और दान पुण्य कर रहे हैं। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

    16 जोन, 37 सेक्टर के अलावा मेला क्षेत्र के 4 सुपर जोन भी बनाए गए हैं। डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ता भी तैनात है। गंगा घाटों पर जल पुलिस के गोताखोर भी मुस्तैद दिख रहे हैं। हरकी पैड़ी की प्रबंध कारिणी संस्था श्री गंगा सभा के पदाधिकारी भी व्यवस्था बनाने में सहयोग कर रहे हैं।

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी के दिन स्वर्ग से शिव की जटाओं में उतरी गंगा ज्येष्ठ शुल्क सप्तमी पर हरिद्वार पहुंची थी। इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। पौराणिक मान्‍यताओं में इस दिन गंगा स्‍नान करने का भी खास महत्‍व माना जाता है।

    धार्मिक मान्यता है कि मां गंगा में स्नान करने से जीवन में आ रही कई समस्याएं दूर हो जाती हैं और साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन को 'गंगावतरण' के नाम से भी जाना जाता है।

    हिन्दू पंचांग के अनुसार गंगा दशहरा पर्व ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस वर्ष इस तिथि का शुभारंभ 29 मई 2023 दोपहर 11 बजकर 49 मिनट पर हुआ है। इस तिथि का समापन 30 मई दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर हो जाएगा। गंगा दशहरा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान और पूजा-पाठ का महत्व अधिक है। इसलिए यह पर्व 30 मई 2023 के दिन मनाया जा रहा है।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।