Haridwar News: क्रिकेट बैट से पीट-पीटकर पिता की हत्या, मकान मालिक ने दर्ज कराया आरोपित बेटों के खिलाफ मुकदमा
सिडकुल क्षेत्र में एक ढाबा मालिक की बेटों ने क्रिकेट बैट से पीटकर हत्या कर दी। मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि बेटों ने पिता के सिर पर हमला किया जिसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। परिवार ने गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। सिडकुल क्षेत्र में बिजनौर निवासी ढाबा मालिक और उसके बेटों के बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि बेटों ने क्रिकेट बैट से पिता के सिर पर हमला किया। अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई। आरोप है कि परिवार ने शव को बिजनौर ले जाकर गुपचुप अंतिम संस्कार कर दिया। मकान मालिक ने बेटों के खिलाफ सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, रावली महदूद निवासी सुनील धनगर ने सोमवार को सिडकुल थाने पहुंचकर पुलिस को बताया कि उसके मकान में बिजनौर निवासी अशोक का परिवार एक महीने से किराये पर रह रहा था। अशोक राजा बिस्किट चौक के पास खाने का ढाबा चलाता था।
सिडकुल क्षेत्र की घटना, मकान मालिक ने दर्ज कराया मुकदमा
बताया कि बाप-बेटों के बीच कई बार झगड़े होते रहते थे। रविवार की रात भी उनके बीच मारपीट हुई। कुछ देर बाद उसने देखा कि अशोक के बेटे सचिन और शिवम उसे सहारा देकर ऊपर की मंजिल से नीचे ला रहे थे। अशोक के सिर पर पट्टी बंधी थी और खून बह रहा था।
हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी सिडकुल थाने की पुलिस
सुनील ने बताया कि उसने अशोक की पत्नी से तुरंत उसे अस्पताल ले जाने को कहा। परिवार उसे अस्पताल ले गया, लेकिन रातभर उनसे कोई संपर्क नहीं हो सका। सुबह जानकारी लेने पर पता चला कि अस्पताल में अशोक की मौत हो चुकी है और स्वजनों ने उसके शव को बिजनौर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया है। मकान मालिक का आरोप है कि अशोक के बेटों ने क्रिकेट बैट से हमला कर उसकी हत्या की और फिर पुलिस को बिना सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया, ताकि मामला दबाया जा सके।
इंस्पेक्टर मनोहर भंडारी ने बताया कि तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अशोक बिजनौर में कहां का निवासी था, इसका पता लगाया जा रहा है। जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अभी नहीं हुआ था सत्यापन
अशोक काफी समय से राजा बिस्किट चौक के पास ढाबा चलाता आ रहा था। जबकि उसके बेटे फैक्ट्री में काम करते हैं। मकान मालिक सुनील धनगर ने बताया कि अशोक का परिवार एक महीने पहले उसके यहां रहने आया है। इससे पहले वह किसी दूसरी जगह पर रहते थे। सामने आया कि अभी तक अशोक का सत्यापन नहीं कराया जा सका था।
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