अब ज्यादा किसानों को राहत देगी बीमा योजना, बदले कुछ नियम; ऐसे करें अप्लाई
उद्यान विभाग द्वारा किसानों को मौसम की मार से बचाने के लिए रबी फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। इस योजना में आलू मटर नींबू आम और लीची जैसी फसलें शामिल हैं। किसान दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं जिससे प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके। योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। मौसम में हो रहे अनियमित बदलाव और प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को फसलों में होने वाले नुकसान से बचाने के लिए उद्यान विभाग की ओर से बीमा योजना चलायी जा रही है।
इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक सुरक्षा देना और खेती को जोखिम से मुक्त करना है। इस वर्ष अक्टूबर से दिसंबर तक किसान बीमा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
योजना के तहत रबी सीजन की प्रमुख फसलें जैसे आलू, मटर और नींबू वर्गीय फसलें को शामिल किया गया है। इसके अलावा आम और लीची जैसी बागवानी फसलें भी बीमा कवर के दायरे में लाई गईं हैं। बीमा योजना के तहत प्राकृतिक आपदाएं, अत्यधिक वर्षा से होने वाले नुकसान की भरपाई भी किसानों को दी जाएगी।
इससे किसान अपनी मेहनत और पूंजी को सुरक्षित रख सकेंगे और फसलों के नुकसान की स्थिति में उन्हें आर्थिक राहत मिल सकेगी। किसानों तक योजना की जानकारी पहुंचाने और उन्हें आवेदन प्रक्रिया के बारे में जागरूक करने के लिए उद्यान विभाग की ओर से विभिन्न विकासखंडों में जागरूकता गोष्ठियों का आयोजन भी किया जा रहा है।
इन फसलों पर यह दिया रहा बीमा
- फसल -देय राशि -बीमा राशि
- मटर -3750 -75000
- आलू -3750 -75000
- टमाटर -3750 -75000
- आम प्रति पेड़ -37 -750
- लीची प्रति पेड़ -37 -750
ऐसे करें योजना के लिए आवेदन
किसान दिसंबर तक योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए नजदीकी उद्यान सचल केंद्र पर जाकर केंद्र के प्रभारी से योजना की जानकारी लेकर सीधे आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा किसी भी सीएससी सेंटर के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद विभाग की ओर से किसानों के दस्तावेज की जांच की जाएगी और उसे बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा।
मौसम में बदलाव से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए विभाग की ओर बीमा योजना चलाई जा रही है। इस योजना से किसानों को लाभ मिलेगा और फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई होगी। विभाग की ओर बीमा योजना की जानकारी किसानों को दी जा रही है, ताकि वह सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। -तेजपाल सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी, हरिद्वार
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।