मेला अस्पताल में खुला स्वास्थ्य विभाग का कंट्रोल रूम
मेला अस्पताल में खुला स्वास्थ्य विभाग का

मेला अस्पताल में खुला स्वास्थ्य विभाग का कंट्रोल रूम
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : कांवड़ यात्रा गुरुवार से शुरू हो गयी। बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर डग भर रहे हैं। कांवड़ यात्रा मार्ग में श्रद्धालुओं को जगह-जगह स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी गयी है। हरकी पैड़ी से नारसन बार्डर तक 17 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (एमआरपी) बनाए गए हैं। चिह्नित निजी अस्पतालों में भी इलाज की सुविधा मुहैया करायी गयी है। श्रद्धालुओं की सुविधा को राजकीय मेला अस्पताल में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां राउंड द क्लाक कंट्रोल रूम के नंबर 9410935150 पर संपर्क कर स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। नोडल अधिकारी डा. राजेश गुप्ता ने बताया कि पहले शाम चार बजे तक दो काल आयी।
कोरोना काल के दो साल बाद हो रहे कांवड़ मेला में चार करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गयी है। बात स्वास्थ्य सेवाओं की करें तो हरकी पैड़ी से नारसन बार्डर तक 17 अस्थायी अस्पताल बनाए गए हैं। प्रत्येक पर दो डाक्टर, एक फार्मेसिस्ट और एक वार्ड ब्वाय की तैनाती की गयी है। इसके अलावा दो-दो आक्सीजन कंसेंट्रेटर और छोटी एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है। जरूरी दवाईयों के अलावा कुत्ते के काटने पर लगाए जाने वाले इंजेक्शन एआरवी और सर्प दंश से बचाव को एंटी वेनम भी मुहैया करायी गयी है। चिहि्त निजी अस्पतालों आरोग्यम अस्पताल (पुहाना), जया मैक्सवेल हास्पिटल (बहादराबाद), हरिद्वार आयुर्वेदिक कालेज (पदार्था) और कोर मेडिकल कालेज (कलियर तिराहा) में निश्शुल्क इलाज की सुविधा मुहैया करायी गयी है। चंडीपुल के नीचे छह बेड का कंटेनर अस्पताल भी चालू किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहली बार बाइक दस्ता बनाया गया है। जो घायलों को निकटवर्ती अस्पताल तक पहुंचाएंगे। स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित जानकारी के लिए राजकीय मेला अस्पताल में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां आपात स्थिति के अलावा चौबीस घंटे जारी किए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। कांवड़ मेला स्वास्थ्य के नोडल अधिकारी डा. राजेश गुप्ता ने बताया कि कांवड़ मेला में लगाए गए चिकित्सा शिविरों में 102 डाक्टरों की ड्यूटी रहेगी। इनमें सरकारी और निजी चिकित्सकों के अलावा ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक कालेज के प्रशिक्षु चिकित्सक शामिल हैं।
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